हरीश ने देखा एक सपना

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मुख्य संवाददाता
हरिद्वार। उत्तराखंड के सबसे बड़े सियासी खिलाड़ी और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने शब्दों से सरकार हो या अपनी पार्टी दोनों को लपेटने का कोई मौका नही छोड़ते हैं। अब हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया पर अपने एक सपने का जिक्र करतें हुये लिखा की मैंने सपने में देखा एक बावला सा व्यक्ति अखबार पढ़ते हुये चिल्ला रहा है कि ‘हरिद्वार में कद्दू कटा और बंटाÓ। हरीश के ख्वाब से उत्तराखण्ड की सियासत में एक बार फिर भूचाल मच गया है और एक कम्पनी की तीस साल की लीज बढाने को लेकर भाजपा व कांग्रेस इन दिनों आवाम के निशाने पर हैं? अब देखना है कि क्या हरीश के सपने में कद्दू कटा, सबमें बंटा को लेकर सरकार क्या उनके सपने को सच मानते हुए तीस साल की दी गई लीज को लेकर बडी जांच कराने का आदेश देगी?
हरीश रावत लिखतें है कि खैर सपना तो सपना होता है लेकिन जब मैंने नहाने के बाद मैसेजेज देखने के लिये अपना फेसबुक खोला तो उसमें बताया गया कि ष्हरिद्वार में मंशा देवी मंदिर और ट्रॉली का संचालन करने वाली कंपनी ऊषा ब्रेकों की लीज 3० साल के लिये बढ़ा दी गयी है। पूर्व मुख्यमंत्री लिखतें है कि चेयरमैन भी आये,मेयर भी आये किराया बढ़ाने की अनुमति तो दी लेकिन किसी ने भी एक साथ 1० साल की भी लीज बढ़ाने की हिम्मत नही दिखाई। धन्य है इस खेल के कलाकार जिन्होंने एक साथ तीस साल की लीज पुराने खिलाड़ी को बढ़ा दी।
हरीश रावत के इस तंज से कांग्रेस पार्टी ही हलकान महसूस कर रही है विशेष तौर पर प्रीतम गुट? दरसल हरिद्वार नगर निगम की मेयर कांग्रेस से है और बोर्ड में बहुमत भाजपा का है। जो मेयर है उनको कोंग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह के खेमे के गिना जाता है इसलिए हरीश रावत ने भाजपा पर निशाना साधने के बहाने अपने नेताओं पर भी तंज कसा है? इन दिनों हरिद्वार में ऊषा ब्रेकों की लीज तीस साल बढ़ाये जाने का मामला बहुत गरमाया है। नगर निगम में बहुमत भाजपा का है व मेयर कोंग्रेस की है। कोरोना काल मे आननफानन में नगर निगम बोर्ड बैठक बुलाई गई जिसमें लीज बढ़ाने व टिकट किराये में नगर निगम के हिस्से तय करने का प्रस्ताव पास किया गया। जिसको दोनों दलों के नेताओं ने ध्वनि मत से पास किया गया। बोर्ड बैठक में छुटपुट हंगामे के बाद प्रस्ताव पास हो गया। जिससे नगर निगम की सालाना 5 करोड़ रुपये की कमाई का अनुमान है। इससे कर्मचारियों की तनख्वाह व धन कम होने के रोने से छुटकारा हो जाएगा?
इस मामले के बाद भाजपा व कोंग्रेस के ही कुछ पार्षदों के अपने मेयर व पार्षदों पर कम्पनी से पैसे खाकर प्रस्ताव पास करने के आरोप लगाने शुरू हुये तो हंगामा पूरे राजनीतिक गलियारों में फैल गया? वही मेयर अनिता शर्मा के पति कोंग्रेस नेता अशोक शर्मा ने अपने को ठगा सा महसूस किया। तो वीडियो जारी कर अपने ऊपर लगे आरोपो पर सफाई दी। जिसको कोंग्रेस के नेता भी स्वीकार नही कर रहे हैं। जो खुलकर कांग्रेस नेता के माध्यम से प्रीतम सिंह तक पर भाजपा के बड़े नेता के साथ मिलकर खेल खेलने का आरोप लगा रहे है? आशंकायें उठ रही हैं कि इस पूरे प्रकरण में भाजपा के एक पूर्व मंत्री की पूरी भूमिका नजर आ रही है जिसने कम्पनी के माध्यम से नगर निगम के बड़े पार्षद व मेयर सहित कुछ नेताओं को सेटिंग कर खेल खेला गया? इसी खेल के छींटे जब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह तक पहुँचे तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा के बहाने तुरंत तंज कस दिया। जिसके बाद हरिद्वार में प्रीतम व हरीश रावत खेमे की लड़ाई खुलकर सामने आ गयी है। हरीश रावत पहले भी प्रीतम सिंह को अपने बयानों से हलकान करतें रहे है। अब एक बार फिर हरीश रावत के इस सोशल मीडिया के बयान के भी ये ही मायने निकाले जा रहे हैं। हरीश रावत का हरिद्वार में बड़ा गुट है क्योंकि वो यहाँ से सांसद भी रहे है और नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन सतपाल ब्रह्मचारी हरीश रावत खेमे के है और ऊषा ब्रेकों प्रकरण से पूरी तरह वाकिफ भी हैं। 2०22 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिये भी मेयर पति अशोक शर्मा व सतपाल ब्रह्मचारी कांग्रेस से बड़े दावेदार हैं। अब जिस तरह से हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर अपने सपने को सार्वजनिक कर कद्दू कटा सबमें बंटा का लेख किया है उससे उत्तराखण्ड की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है और वह कम्पनी भी निशाने पर आ गई है जिसकी लीज नगर निगम प्रशासन ने तीस साल के लिए कोरोना काल में बढाने के लिए अपनी मंजूरी दी है उसने नगर निगम प्रशासन को कटघरे में लाकर खडा कर दिया है?

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