डोईवाला- डोईवाला में ईद-उल-फितर का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। हालांकि कोविड महामारी की वजह से ईद की मिठास कम रही। सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार ईदगाहों व मस्जिदों में मात्र पांच लोगों को ही नमाज अदा करने के आदेश जारी किये गए थे। जिसके चलते लोगों ने गाइडलाइंस का पालन करते हुऐ घरों में रहकर ही ईद की नमाज अदा की।
मुस्लिम धर्म मे तीस दिन के रमजान के बाद ईद-उल- फितर का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। जिसकी रौनक पहले से ही बाजारों में भी दिखने लगती है। किउंकि ईद के मौके पर सभी लोग नये कपड़े बनाये जाने के साथ ही अन्य प्रकार की साज सजावट वाली चीजों की खरीदारी जमकर करते है। ओर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाते है। पर पिछले दो सालों से लोकडाउन की वजह से मीठी ईद की मिठास कुछ कम रही है। ईद-उल-फितर इस्लाम का बड़ा त्योहार है। इसे मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है। रमजान के बाद 1०वें शव्वाल की पहली तारीख को ईद मनाई जाती है। जिसे मनाने की तारीख चांद को देखकर निश्चित होती है। ओर इस दिन खासतौर पर खीर व सेंवई बनाई जाती है, लोग एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं। ओर ईद की नमाज अदा कर सुख- चौन की दुआ मांगी जाती है। इस बार भी लोगों ने घरों में ही नमाज अदा कर देश में फैली महामारी से निजात की दुआ मांगी। वही बच्चों में ईद को लेकर थोड़ी मायूसी जरूर दिखी, क्योंकि ईदगाहों पर लगने वाली दुकानों में बच्चों के खिलौने व अन्य चीजें आसानी से मिल जाती थी, पर दुकाने ना लगने की वजह से बच्चों को उनके खिलौने व अन्य सामान नहीं मिल सके, ओर न ही बच्चे ईदगाह जा सके। जिसकी वजह से बच्चे मायूस दिखे ईद के मौके पर कॉंग्रेस नेता अब्दुल रज्जाक, हाजी अब्दुल हमीद, मौलाना अब्दुल कुद्दुश, सभासद अब्दुल कादिर, रहीश अहमद, हाजी अमीर हसन ने लोगों से ईद की मुबारकबाद देने के साथ ही सरकार की गाइडलाइंस का पालन करने व मास्क मास्क लगाये जाने के साथ ही अपने घरों में रहने की अपील की।