सुरक्षित है हरिद्वार,फैल गयी झूठी अफवाह

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हरिद्वार। चमोली में भारत तिब्बत सीमा पर ग्लेशियर टूटने से उत्तराखण्ड की यमुना घाटी में मचे हड़कम्प के बाद एनटीपीसी एवं अन्य योजनाओं को रोक दिया गया जिससे कोई अप्रिय घटना न हो। वही हरिद्वार प्रशासन ने गंगा तट की बस्तियों को ऐहतियातन अलर्ट किया हैं। उस पानी को हरिद्वार में गंगा तक पहुंचने में समय लगेगा लेकिन टिहरी सहित अन्य परियोजनाओं से कुछ पानी छोड़ दिया गया जिससे गंगा जल के रंग व स्तर में प्रभाव पड़ा है लेकिन कोई भी ऐसा माहौल नही है वो किसी बड़ी घटना हो सके लेकिन कुछ खुरापातियों ने सोशल मीडिया का दुरुपयोग करते हुए सन्देश फैलाया की हरिद्वार में बड़ा खतरा होने वाला हैं, हरिद्वार को खाली कराया जा रहा है जबकि हरिद्वार कोरोना गाइडलाइन के कारण यात्री आमद कम ही है उसी की खाली घाटों की वीडियों व फोटोज वायरल की जा रही हैं जबकि हरिद्वार में पूरी स्तिथि नियंत्रण में एवं सभी कार्य गंगा घाटों पर सामान्य दिनों की तरह चल रहे हैं। लोग आ रहे हैं अस्थि प्रवाह , गंगा आरती व गंगा स्नान का आनंद संख्या कम के बाद भी श्रद्धालु के रहें हैं। जो लोग इस तरह की झूठी अफवाह फैलाने का काम कर रहें है उन पर पुलिस आईटी सेल सक्रिय हो गया है। हरिद्वार के तीर्थपुरोहितसमाज व व्यापारियों ने भी अपील के वीडियों जारी किए है कि किसी भी झूठे बहकावे में न आये सभी स्तिथियाँ सामान्य है। गंगा घाटों पर किसी भी कार्य की मनाही नही है। आप कोरोना गाइडलाइन का पालन करतें हुए हरिद्वार आ सकतें है। फरवरी में हुए घटनाक्रम के बाद भी ऐसा ही माहौल बनाया गया था लेकिन तब भी पानी हरिद्वार तक पहुंचा ही नही था उस पानी को पहले ही अन्य परियोजनाओं तक रोक लिया गया था तब भी हरिद्वार को लेकर कई झूठे वीडियों,फोटोज व समाचार वायरल किये गए थे। आज भी गंगा के पानी मे रेत अवश्य आ रही है थोड़ा जल स्तर भी बढ़ा है लेकिन कोई भी ऐसी स्तिथि नही है वो भयावह का माहौल बनाया जाये।

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