नैनीताल में दंगे से सहमे पर्यटक!

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देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल में सभी जनपदों के पुलिस कप्तानों को साफ अल्टीमेटम देते आ रहे हैं कि अगर कहीं पर भी कोई ंिहंसा या दंगा हुआ तो वहां के प्रशासन को सीधा इसका जिम्मेदार ठहराया जायेगा। उत्तराखण्ड के अन्दर लम्बे अर्से से कोई हिंसा या दंगा देखने को नहीं मिला क्योंकि सिस्टम के लोग हमेशा अलर्ट मोड पर रहते हैं। दून में कुछ माह पूर्व जब रेलवे स्टेशन के पास हिन्दू-मुस्लिम के बीच दंगा हुआ और इसकी चिंगारी से इलाका दहला तो खुद पुलिस कप्तान ने दंगा स्थल पर पहुंचकर वहां चंद घंटों में ही दंगे पर लगाम लगाई थी और दंगाईयों के खिलाफ सख्त एक्शन लेकर यह दो टूक संदेश दिया था कि जनपद में दंगा बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। वहीं पर्यटन नगरी नैनीताल में एक मुस्लिम बुजुर्ग द्वारा एक बालिका के साथ दुष्कर्म करने पर समूचा पर्यटन इलाका दहल गया और उसके बाद आवाम के मन मे एक आक्रोश की ज्वाला भडकी और जिस तरह से वहां रात को खुला तांडव मचा और सडकों पर जिस तरह से वहां युद्ध हुआ और समूचा शहर सुलग गया उसे देखकर कहीं न कहीं ऐसा लग रहा था कि मानो जनपद में कानून नाम की कोई चीज नहीं है? फिल्मी अंदाज में सडकों पर दंगा होता रहा और शहर सुलगता रहा लेकिन सिस्टम के जिम्मेदार अफसर कहां गायब थे यह काफी हैरान करने जैसा ही नजर आया? सवाल उठे कि जब शहर सुलग रहा था तो पुलिस के आला अफसर खुद मोर्चा संभालने के लिए सडकों पर क्यों नहीं उतरे? पर्यटन नगरी में सीधे हिन्दू-मुस्लिम का जो संग्राम मचा उसने सिस्टम को कटघरे मे लाकर खडा कर दिया और हिन्दूवादी संगठन भी आग बबूला हैं कि आखिर सिस्टम सबकुछ देखते हुए भी क्यों मौन धारण किये हुये था?
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने पर्यटन सीजन शुरू होते ही राज्य मे आने वाले पर्यटकों को विश्वास दिलाया है कि राज्य के अन्दर उन्हें सुगम व सुरक्षित पर्यटन से रूबरू कराया जायेगा। नैनीताल में इन दिनों पर्यटन अपने ऊफ ान पर है और बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों की संख्या आसमान छू रही है। बीते रोज पर्यटन नगरी में 65 साल के एक बुजुर्ग ने एक मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। मुस्लिम समुदाय के बुजुर्ग द्वारा बच्ची के साथ किये गये दुष्कर्म की गंूज जैसे ही पर्यटन नगरी में गूंजी तो उसके बाद समूचा शहर सुलम गया और सडकों पर जिस तरह से खुला संग्राम देखने को मिला और वहां एक युद्ध जैसा माहौल देखकर पर्यटकों के भी रौंगटे खडे हुये उससे समूचा जिला व पुलिस प्रशासन कटघरे मे आकर खडा हो गया। सडकों पर जिस तरह से खुला युद्ध चल रहा था उसे देखकर ऐसा लग रहा था ऐसा लग रहा था कि यह पर्यटन नगरी नहीं बल्कि अपराध नगरी हो। मुस्लिम समाज के कुछ युवकों ने खुली चेतावनी दी कि उनके पास चापड हैं तो हिन्दु संगठन के लोग भी यह कहने से नहीं चूके कि अगर उनके पास चापड हैं तो हमारे पास भी चापड हैं। हैरानी वाली बात है कि जब यह दंगा हो रहा था तो मुस्लिम समाज के कुछ युवक यह धमकी दे रहे थे कि इन्हें चापड से काट दो तो हिन्दू संगठन के युवक भी काफी भडक गये। शहर सुलग रहा था लेकिन जिला प्रशासन के जिम्मेदार अफसर कहीं नजर नहीं आ रहा था और सडकों पर जिस तरह से तोडफोड का खुला नजारा देखने को मिला उस नजारे को एक महिला यू टूयबर ने अपने कैमरे मे कैद किया और वह वीडियो शूट करते हुए साफ कह रही थी कि यहां हंगामा चल रहा है। महिला यह कहती हुई वीडियो शूट कर रही थी कि मौके पर न ह्म्द्मह्य द्घह्ल4द्म द्ब5’द्मद्मद्यह्व 1द्मस्द्भ ह्व द्दद्ध द्बह्नद्घ4द्य स्रह्य श्चड्डठ्ठ द्घह्लश्वद्गह्यठ्ठद्मद्भ 1द्बक्तद्यद्भ शद्दद्मड्ड द्घठ्ठ[द्मद्मड्र्ढं द्घठ्ठ;ह्य्र हैरानी वाली बात है कि चार घंटे तक सडकों पर खुला तांडव मचता रहा तोडफ ोड होती रही सडकों पर फिल्मी अंदाज में मारपीट का नजारा देखने को मिलता रहा लेकिन उस दौरान सिस्टम कहां सोया हुआ था यह काफ ी हैरान करने जैसा ही नजर आया और सवाल उठा कि जब ऐसे मामले मे सीधा हिन्दू-मुस्लिम हो रखा था तो फिर पुलिस कप्तान खुद मोर्चे पर फ ोर्स के साथ क्यों नहीं डटे थे?

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