देहरादून(संवाददाता)। प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने देहरादून के पवेलियन ग्राउंड से संविधान दिवस के अन्तर्गत पदयात्रा की। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्र छात्राओं ने पदयात्रा में शामिल हुए और इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने युवा पीढ़ी को संविधान दिवस संवत रहने की शपथ दिलाई।
इस दौरान संविधान दिवस के अवसर पर पद यात्रा देहरादून के पवेलियन ग्राउंड से प्रारंभ होकर घंटाघर स्थित बाबा साहब भीम राव अंबेडकर पार्क पहुँची और जहाँ मंत्री रेखा आर्या ने बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की । इस दौरान इसके उपरांत कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कार्यक्रम में पहुँचे देश की युवा पीढ़ी को संविधान संवत की शपथ दिलायी और नागरिकों को संविधान संवत् रहकर देश और प्रदेश की प्रगति में योगदान की अपील की । इस दौरान पदयात्रा से पूर्व, मंत्री रेखा आर्या ने अपने सम्बोधन में कहा संविधान दिवस संपूर्ण भारत वर्ष के लिए गौरव का दिन है और एक भारत श्रेष्ठ भारत के विचार को देते हुए संविधान रूपी ग्रंथ देने वाले बाबा साहेब को समर्पित इस गौरव पूर्ण दिन को संविधान दिवस घोषित करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने भाजपा की सरकार बन ने के उपरांत बाबा साहेब को सम्मान देते हुए यह दिन उनको समर्पित किया ।
इस अवसर पर मंत्री रेखा आर्या ने बाबा साहेब के जीवन के संघर्षों का जिक्र करते हुए कहा बाबा साहब के जन्म से देश को संविधान देने तक जिस अमानवीय व्यवहार को उन्होंने देखा बावजूद इसके उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और शिक्षा व ज्ञान को हथियार बनाकर संविधान रूपी ग्रंथ की रचना कर डाली । इस दौरान कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि बाबा साहेब के जीवन से हमारी युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेकर सिखाना चाहिए कि मनुष्य अगर दृढ़ शक्ति और मेहनत से कार्य करे तो वह जीवन के संघर्षों पर जीत प्राप्त कर सकते हैं । मंत्री रेखा आर्या ने कहा अगर भारत को आगे बढ़ाना है तो हम सभी को संविधान संवत् रहकर चलाना होगा तभी हमारा देश तरक्की और विकास के पाथ पर अग्रसर होगा और भारत वर्ष की अखंड भारत के तौर पर संप्रभुता बनी रहेगी। इस अवसर पर मंत्री रेखा आर्या के साथ खेल सचिव अमित सिन्हा, निदेशक युवा कल्याण प्रशांत आर्य और विभाग के आला अधिकारी, सामाजिक लोग और विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्रायें उपस्थित रहे ।