प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम मे हुआ कैद

0
6

केदारनाथ/देहरादून(संवाददाता)। केदारनाथ में सुबह शुरू हुये उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ने केदारनाथवासियों से अपील की थी कि वह बाबा की नगरी के विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या मे पोलिंग बूथों पर पहुंचकर मतदान करें। मुख्यमंत्री के आह्वान पर केदारनाथ की जनता ने पोलिंग बूथों पर मतदान करने के लिए जब अपने कदम आगे बढाये तो उसे देखकर साफ झलक रहा था कि वह केदारनाथ के विकास के लिए आज अपना मत डालने के लिए आगे आये हैं। पोलिंग बूथों पर मातृशक्ति की लम्बी-लम्बी कतारें यह बताने के लिए काफी थी कि वह अपना वोट केदारनाथ घाटी के विकास के नाम देने के लिए आगे निकली हैं। केदारनाथ घाटी मे खिलखिलाती धूप में पोलिंग बूथों पर आ रहे मतदाताओं की संख्या को देखकर भाजपा के दिग्गज नेताओं के चेहरे खिलखिला रखे थे और सुबह से ही भाजपा प्रत्याशी ने मतदाताओं का मन भाप लिया था और उसी के चलते उनका चेहरा खुशी से खिला हुआ नजर आ रहा था। केदारघाटी मे हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस का अंकगणित मुख्यमंत्री ने दो चुनावी रैलियां करके बिगाड दिया ऐसी बात वहां जगह-जगह खूब उठ रही थी और यह बात भी उभरी कि मुख्यमंत्री ने अपने दमदार अंदाज से केदारनाथ की जनता को कमल खिलाने के लिए जिस अंदाज मे पोलिंग बूथों पर लाकर खडा कर दिया उससे भाजपा को यह यकीन हो चला है कि केदारनाथ मे कमल खिलने के लिए तैयार है?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह ही केदारघाटी के लोगों से अपील की कि वह बाबा की नगरी में विकास को एक नई दिशा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या मे मतदान करने के लिए आगे आयें। मुख्यमंत्री के इस संदेश के बाद केदारनाथ की जनता तेजी के साथ पोलिंग बूथों पर उमडना शुरू हो गई थी और मतदान के लिए मातृशक्ति मे जो एक नई ऊर्जा देखी जा रही थी उससे साफ नजर आ रहा था कि मातृशक्ति को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विकास पर अभेद विश्वास हो चला है और उसी के चलते वह घरों से निकलकर पोलिंग बूथों पर सुबह से ही पहुंचनी शुरू हो गई थी। केदारनाथ के लोगों मे मतदान को लेकर जो जज्बा देखने को मिल रहा था और उनका मत केदारघाटी के विकास को लेकर जो सामने आ रहा था उसको देखते हुए यह साफ हो रहा है कि वहां की अधिकांश जनता केदारघाटी के विकास को एक नई दिशा देने के लिए अपना मतदान करने को आगे बढी है। प्रशासन ने भी शांतिपूर्ण चुनाव के लिए पूरा इंतजाम किया हुआ था और कहीं से भी ऐसी आवाज नहीं आई कि चुनाव मे कहीं कोई गडबड हो रही है। पोलिंग बूथों पर उमडती महिलाओं की भीड़ ने सुबह से ही भाजपा नेताओं के चेहरों पर एक नई चमक ला रखी थी वहीं कांग्रेस के काफी नेता मायूसी के दौर मे दिखाई दे रहे थे। राजनीति गलियारों में खूब पनपती रही कि केदारनाथ मे जिस अंदाज मे कांग्रेस चुनाव लड रही थी उससे भाजपा के सामने वहां कमल खिलाना एक चुनौती बन गया था लेकिन मुख्यमंत्री ने केदारनाथ चुनाव का मोर्चा खुद संभालकर वहां दो रैलियां की तो उससे केदारनाथ चुनाव का पूरा माहौल ही बदल गया और हर तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया कि केदारनाथ की जनता ने मुख्यमंत्री पर अभेद भरोसा करते हुए वहां कमल खिलाने के लिए ईवीएम का खूब बटन दबाया है?

LEAVE A REPLY