प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड मे पिछले तीन साल से चारधाम यात्रा करा रहे मुख्यमंत्री लाखों श्रद्धालुओं का दिल जीतने के जिस सफर पर आगे बढे हैं उससे देशभर में मुख्यमंत्री का राजनीतिक वजूद उफान पर दिखाई देता आ रहा है। आज बाबा केदारनाथ धाम के कपाट धूमधाम के साथ बंद हो गये और कपाट बंद होने के साक्षी हजारों श्रद्धालु बने जिन्होंने एक स्वर मे कहा कि मुख्यमंत्री ने सुपर सीएम की तरह देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को अद्भुत यात्रा कराकर उनके दिल मे एक बडी जगह बना ली है। चारधाम यात्रा मे आये लाखों श्रद्धालु हमेशा एक स्वर मे यही बोलते हुए दिखाई दिये थे कि उन्हें चारधाम यात्रा मे सिस्टम का जो दिल जीतने वाला रूप दिखाई दिया है उसके असली हीरो उत्तराखण्ड के सुपर सीएम ही हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य मे चली चारधाम यात्रा को अद्भुत बनाकर श्रद्धालुओं को जो सुगम और सुरक्षित यात्रा का एक बडा संदेश दिया है उससे भाजपा हाईकमान भी मुख्यमंत्री की रणनीति का कायल हो गया है। बारिश के मौसम मे भी मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा कराने का जो वचन निभाया उससे हर साल यात्रा मे आने वाले श्रद्धालुओं के हौसले बुलंद होते चले गये और यही कारण है कि बडे से बडे संकट मे भी श्रद्धालु यात्रा पथ पर जाने के लिए बेताब दिखाई देते थे और मुख्यमंत्री भी संकट के समय उनके साथ यह कहकर खडे रहे थे कि सरकार ने सुगम और सुरक्षित यात्रा कराने का जो वचन श्रद्धालुओं को दिया था उसे उन्होंने पूरा किया है।
उत्तराखण्ड की कमान जबसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मिली है तो उन्होंने राज्य मे होने वाली चारधाम यात्रा से लेकर सभी बडे मेलों को अलौकिक मनाने की दिशा मे जो रूपरेखा तैयार की थी उसके चलते सभी मेलों मे उत्तराखण्ड सरकार द्वारा की गई तैयारियों को देखकर श्रद्धालु गदगद होते रहे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हमेशा चारधाम यात्रा को सकुशल और सुरक्षित बनाये रखने की दिशा में अपनी किचन टीम के साथ बडा मंथन किया था और बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को मित्र पुलिस ने जिस रूप मे उनका स्वागत किया उसे देखकर श्रद्धालु भी हमेशा गदगद ही दिखाई दिये थे कि पुलिस उन्हें सुगम दर्शन कराने के लिए किस तरह से अगली पक्ति मे खडी हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ यात्रा शुरू होने से कुछ माह पूर्व ही अपनी किचन टीम के अफसरों के साथ एक बडी रणनीति तैयार की थी कि देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित यात्रा का भाव दिखाना है। मुख्यमंत्री को इस बात का भी इल्म था कि यात्रा के दौरान बुजुर्ग श्रद्धालुओं के सामने चिकित्सा की बडी समस्या आकर खडी हो जाती है इसके लिए उन्होंने अपने स्वास्थ्य सचिव डा० आर राजेश कुमार को चारधाम यात्रा मार्ग पर सचल वैन चौबीस घंटे अलर्ट मोड मे रखने के आदेश दिये थे जिसके चलते कोई भी श्रद्धालु चिकित्सा के अभाव मे किसी संकट मे न आ पाये।
चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा पर अपनी पैनी नजर बना रखी थी और वह समय-समय पर खुद यात्रा मे शामिल हो रहे थे और उन्होंने यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के बीच जा-जाकर यात्रा के अनुभव उनके साथ बांटे और उन्हें यकीन दिलाया कि बडे से बडे संकट मे वह उनके साथ खडे रहेंगे। मुख्यमंत्री के भरोसे देश से लाखो श्रद्धालु इस बार भी चारधाम यात्रा मे आये और उन्हें मुख्यमंत्री ने सुगम और सुरक्षित यात्रा का जो आईना दिखाया उससे यात्रा मे आने वाले लाखो श्रद्धालु एक स्वर मे यही बोलते हुए दिखाई दे रहे थे कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुपर सीएम हैं और उन्होंने यात्रा काल मे श्रद्धालुओं के साथ किये गये वायदे को खूब निभाया और जब केदारनाथ मे बारिश के कारण काफी मार्ग टूट गये थे और रास्ता खतरनाक होने के कारण उनका आस्था के पथ पर आगे बढना असंभव हुआ था तो वहां हैलीसेवा से रास्तों मे फसे सभी श्रद्धालुओं को मुख्यमंत्री ने अपने सामने सुरक्षित निकलवाकर अपने वचन को निभाया था। आज जब सुबह बाबा केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने जा रहे थे तो हजारों श्रद्धालु वहां इसके साक्षी बनने के लिए वहां मौजूद थे और उन्होंने भी एक स्वर मे यही बयां किया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित यात्रा कराने का जो संदेश दिया था उस पर वह अव्वल आये हैं।