सरकारी नौकरियां देने में लम्बी उड़ान भरते सीएम

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प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड में बाइस सालों से युवाओं को सरकारी नौकरियों में एंट्री दिलाने के लिए अधिकांश पूर्व सरकारें जज्बे के साथ कभी आगे बढने को आई ही नहीं जिसके चलते राज्य के युवाओं को उत्तराखण्ड से पलायन कर देश के कई राज्यों में नौकरियां करने के लिए अपने परिवार को छोडकर जाना पडता था। वहीं राज्य की कमान जबसे युवा मुख्यमंत्री के हाथों में आई है तो उन्होंने युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए लम्बी उडान भरते हुए अपने अब तक के कार्यकाल में हजारों युवाओं को सरकारी नौकरियों और स्वरोजगार से जोडकर एक नया इतिहास लिखा है उससे अब युवाओं को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ही एक आस बंधी हुई है कि उनके शासनकाल में ही युवाओं को नौकरियों का तोहफा मिल सकता है। वहीं मुख्यमंत्री ने साफ संदेश दिया है कि 2०27 तक लाखों युवाओं को रोजगार देने के लिए वह संकल्पबद्ध हैं और उत्तराखण्ड से पलायन का जो दंश परिवार झेलते थे उस पर अब मुख्यमंत्री ने विराम लगाना शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा चुनाव से पूर्व युवा पीढी को विश्वास दिलाया था कि राज्य में उनकी सरकार बनेगी तो उन्हें सरकारी नौकरियों में दिल खोलकर एंट्री दी जायेगी। मुख्यमंत्री के इस वचन पर युवा पीढी ने विश्वास दिखाया था और राज्य के अन्दर भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवा पीढी के सपनों को पंख लगाने के लिए उन्हें सरकारी नौकरियों में एंट्री कराने का जो तीन साल सेे तोहफा देना शुरू कर रखा है उससे युवा पीढी मुख्यमंत्री की दबंग कार्यशैली को लेकर उनकी कायल हो रखी है। युवा पीढी को अब आभास हो गया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जो कहते हैं वो करते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बार-बार यही कहना है कि उनकी सरकार युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री का साफ कहना है कि युवाओं को न केवल सरकारी नौकरियों में अफसर प्रदान किये जा रहे हैं, बल्कि उन्हें स्वरोजगार के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री का कहना है कि रोजगार मेलों के माध्यम से औद्योगिक संस्थानों में भी नौकरी के नये अफसर सरकार युवा पीढी को उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री इस बात को लेकर संतुष्ट हैं कि प्रदेश में बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी आई है जो राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का साफ कहना है कि उत्तराखण्ड की युवा पीढी को अब नौकरियों के लिए अपने घरों से पलायन करके बाहरी राज्यों में नहीं जाना पडेगा। आज उत्तराखण्ड की युवा पीढी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी में एक विजन वाला राजनेता नजर आने लगा है और उनका मानना है कि अगर पूर्व सरकारों में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तरह युवा पीढी को सरकारी नौकरियों में एंट्री कराने का जज्बा होता तो वह जरूर इसमे सफल होतेे लेकिन उन्होंने राज्य के युवाओं को जिस तरह से अधर मे छोडा वह किसी से छिपा नहीं था? अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बेरोजगार युवाओं की एक आस बन चुके हैं कि उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में उत्तराखण्ड के बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरियों में गिफ्ट मिलने से कोई नहीं रोक पायेगा।

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