देहरादून। पुलिस कप्तान ने अपराधियों व धोखेबाजों के खिलाफ एक बडा ऑपरेशन चला रखा है और उसी के चलते चंद दिन पूर्व अन्तर्राज्यीय धोखेबाज बाबा अमरीक सिंह को पुलिस कप्तान के बिछाये जाल के बाद राजपुर पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था। वहीं उसके गिरोह के दाहिने हाथ संजय गुप्ता की तलाश कुछ राज्य लम्बे समय से कर रहे थे लेकिन पुलिस कप्तान को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर राजपुर थाना प्रभारी ने उसे दबोचने के लिए खाका तैयार किया और आखिरकार उसे भी पुलिस ने एक रणनीति के तहत सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
पुलिस कप्तान अजय सिंह द्वारा सभी थाना प्रभारियों को धोखाधड़ी के अपराधों में लिप्त अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के आदेश दिये हुये हैं। पुलिस कप्तान ने थाना राजपुर में पंजीकृत मु०अ०सं०- 76/24 धारा 42०/4०6/467/ 468/471/12०(इ) आईपीसी बनाम संजीव कुमार, संजय गुप्ता आदि जिसमें अभियुक्तों द्वारा वादी गोविंद सिंह पुंडीर को भूमि विक्रय करने के एवज में धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए हड़प लिए गए थे तथा अभियोग पंजीकृत होने के बाद से ही अभियुक्तगण लगातार फरार चल रहा थे। पुलिस कप्तान ने अभियोग में पुलिस द्वारा प्रभावी कार्यवाही करते हुए पूर्व में 14 जुलाई को गिरोह के सदस्य मौ० अदनान को सहारनपुर, व 19 जुलाई को अमजद अली, शरद गर्ग पुत्र संजीव गर्ग, साहिल को उत्तर प्रदेश व हरियाणा से तथा अभियुक्त रणवीर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। पुलिस कप्तान ने इस धोखाधडी में गिरोह के सरगना बाबा अमरीक को रणनीति के तहत हिमाचल से गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था।
कप्तान ने बताया कि इस धोखाधडी में दो अन्य अभियुक्तों संजीव कुमार तथा संजय गुप्ता के विरुद्ध पूर्व में मा० न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त कर गिरफ्तारी के प्रयास किए गए परंतु अभियुक्तगण के लगातार फरार रहने पर पुलिस द्वारा अभियुक्तों के विरुद्ध 82 सीआरपीसी की कार्यवाही हेतु न्यायालय से आदेश प्राप्त करते हुऐ 28 जुलाई को उनके यमुनानगर हरियाणा स्थित घर पर नोटिस तामीली की कार्रवाई की गई, किंतु उपरोक्त दोनों अभियुक्त लगातार फरार चल रहे थे। पुलिस कप्तान ने इनके सिर पर दस हजार का ईनाम घोषित किया गया था, फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार जाल बिछाये हुये थी और आज पुलिस कप्तान को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर राजपुर पुलिस ने धोखाधडी में शामिल दस हजार के ईनामी संजय गुप्ता को उस समय दबोच लिया जब वह न्यायालय में आत्मसमर्पण करने के लिए जा रहा था।
पुलिस कप्तान ने बताया कि पूछताछ में संजय गुप्ता द्वारा बताया गया कि उसके द्वारा अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर लोगों को जमीन दिलाने के एवज में उनके साथ धोखाधडी की जाती है, अभियुक्तों द्वारा लोगों को सस्ते दामों में जमीन बेचने का लालच देकर अपने पास बुलाया जाता है तथा लोगों का विश्वास जीतने के लिये बाबा अमरीक की मदद से जमीन की मिट्टी को उठाकर उसे सूंघते हुए लोगों को उक्त जमीन उनके लिये उपयुक्त होने का विश्वास दिलाया जाता है तथा उनसे उक्त जमीन के एवज में मोटी धनराशि लेने के बाद तरह-तरह के बहाने बनाकर जमीन की रजिस्ट्री करने के लिये बार-बार समय लिया जाता है तथा मौका देखकर सभी अभियुक्त वहां से फरार हो जाते हैं और नये ग्राहक की तलाश करने लगते हैं। पुलिस कप्तान ने खुलासा किया कि अभियुक्तों द्वारा अब तक विभिन्न राज्यों में कई लोगों से अरबो रू० की धोखाधडी की गई है, जिसके सम्बन्ध में उनके विरूद्ध अलग-अलग राज्यों में धोखाधडी के डेढ दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि संजय गुप्ता जगाधरी के अमर विहार कॉलोनी यमुना नगर हरियाणा का रहने वाला है।