देहरादून। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री जब भी किसी महकमे की समीक्षा करके सख्त रूख अपनाते हैं तो उसके बाद उस महकमे के अफसर मुख्यमंत्री की नजर मे हीरो बनने के लिए आगे बढ़ निकलते हैं। मुख्यमंत्री जब खनन महकमे की समीक्षा करते हैं तो उसके बाद काफी संख्या में अवैध खनन और ओवरलोड के खिलाफ महकमे का ऑपरेशन छापेमारी शुरू हो जाता है वहीं ऋषिकेश में शराब तस्करों द्वारा एक पत्रकार पर जानलेवा हमला किये जाने पर मुख्यमंत्री ने अपने सख्त तेवर दिखाये तो उसके बाद आबकारी महकमा नींद से जाग गया और उसने एकाएक कई जनपदों में छापेमारी करने का सिलसिला शुरू किया। चर्चा है कि आबकारी महकमे के अफसर पौडी, अल्मोडा, टिहरी एवं कई जिलों में शराब ठेकों का निरीक्षण करने के लिए वहां डट गये। इन छापों से यह सवाल उठ रहा है कि क्या जब तक राज्य के मुख्यमंत्री किसी भी विभाग को अपना सख्त रूख नहीं दिखायेंगे तब तक क्या महकमे के जिम्मेदार अफसर चीर निंद्रा मे सोये रहेंगे? उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पहले ऐसे मुख्यमंत्री दिखाई दे रहे हैं जो अधिकांश विभागों को हमेशा सही पटरी पर चलने का पाठ पढा रहे हैं ऐसे मे सवाल तैर रहे हैं कि क्या हर महकमे को निंद्रा से जगाने के लिए मुख्यमंत्री को ही आगे आना पडेगा?
यूं तो शराब की दुकानों में नियमित रूप से जांच करना सतत प्रक्रिया है लेकिन आबकारी विभाग के मुलाजिम अब इसके लिए भी मुख्यमंत्री के आदेशों का इंतजार कर रहे हैं इसे विडंबना नही तो और क्या कहा जाए।। राज्य के शराब के नाम पर चल रहे विवादों की गंभीरता को से देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रशासन और आबकारी विभाग की टीम ने पूरे प्रदेश में 1०० से ज्यादा अधिक शराब की दुकानों पर छापेमारी अभियान चला रही है। औचक चले इस अभियान से ठेका संचालकों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। लंबे समय से सीएम धामी को प्रदेश में शराब की दुकानों पर ओवररेटिंग और प्रदेश के कई क्षेत्रों में शराब की तस्करी की शिकायतें मिल रही थी, जिस पर सीएम धामी ने प्रशासन और आबकारी विभाग को अभियान चलाते हुए इस पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए थे। जिस बात की जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी है उसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को ना हो ऐसा होना संभव नहीं है।। अब विवाद हुआ तो अधिकारियों की कार्यशैली भी सबके सामने आ गई हैं।। ब्उ के निर्देश पर टीम ने मंगलवार को पिथोरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर, ऊधम सिंह नगर, चंपावत, हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी गढ़वाल जनपद में छापेमारी अभियान चला रही है। सीएम धामी के सख्त निर्देश हैं कि यदि दुकानों पर ओवर रेटिंग की शिकायत सही मिलती है और स्टॉक और बिक्री रजिस्ट्रर मेंटेन नहीं मिलता तो दुकानों को सीज किया जाए। प्रदेश में ओवररेटिंग और शराब की तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। टीम को समय-समय पर अभियान चलाने और तस्करी करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।