राजनीतिक पिच के अब्दुल कादिर हैं धामी

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अपनी गुगली से साजिशकर्ताओं की उखाड़ रहे किल्लियां
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड में एक लम्बे समय से राजनीति कर रहे युवा मुख्यमंत्री को जबसे सरकार चलाने के लिए भाजपा हाईकमान ने आगे किया है तबसे मुख्यमंत्री ने राजनीतिक पिच पर ऐसी फिल्डिंग सजा रखी है कि उनके कुछ अपने भी आये दिन चकर खाकर गिर रहे हैं? मुख्यमंत्री ने जबसे सत्ता संभाली है तबसे उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने का चक्रव्यूह तेजी के साथ रचने में कोई कसर नहीं छोडी जा रही और बार-बार कुछ मीडिया के लोगों को आगे कर अफवाहों का बाजार सजाया जा रहा है कि उत्तराखण्ड की राजनीति में कभी भी कोई भूचाल आ सकता है? हालांकि यह अफवाहें हमेशा अफवाहें ही बनकर रह जायेंगे क्योंिक देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री की स्वच्छ राजनीति को देखते हुए उन्हें अपना अभेद आशीर्वाद दिया हुआ है और उत्तराखण्ड को एक नया उत्तराखण्ड बनाने के लिए वह मुख्यमंत्री के साथ खडे हुये नजर आ रहे हैं। आज के इस दौर में राजनीतिक पिच पर मुख्यमंत्री पाकिस्तान के पूर्व स्पिन गेंदबाज अब्दुल कादिर की तरह अपनी गुगली से साजिशकर्ताओं की किल्लियां उखाड फेंक रहे हैं। मुख्यमंत्री राजनीतिक पिच पर जहां बडे-बडे राजनेताओं को अब्दुल कादिर की गुगली की तरह नचा रहे हैं तो वहीं वह विराट कोहली की तरह धुआंधार बेटिंग करते हुए नजर आ रहे हैं और यह उन साजिशकर्ताओं को भी आभास है कि वह धाकड धामी के खिलाफ चाहे कितनी भी साजिशें रच लें लेकिन उसका अंजाम उन्हें शून्य ही दिखाई देगा?
उत्तराखण्ड की जनता के मन में राज्य बनने के बाद से ही एक सोच बनी हुई थी कि कब उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए राज्य का कोई मुख्यमंत्री उनके साथ खडा होगा? भाजपा हाईकमान ने जब मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी को उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री बनाया तो उसके बाद बडे-बडे राजनेताओं की नींद उड गई थी कि आखिरकार जिस युवा राजनेता को कभी मंत्री तक नहीं बनाया गया उसे आखिरकार कैसे राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजनीति में आगे बढने के लिए ऐसी पटकथा लिखनी शुरू की जिसे देखकर उनके कुछ अपनों में ही खलबली मचनी शुरू हो गई थी और मुख्यमंत्री के बढते वजूद के चलते ही उन्हें कुछ साजिशकर्ताओं ने खटीमा विधानसभा चुनाव में हरवाने का बडा प्रपंच रच दिया था? भाजपा का इतिहास गवाह है कि कभी भी किसी हारे मुख्यमंत्री को दुबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया लेकिन उत्तराखण्ड में भाजपा को प्रचंड बहुमत दिलाने वाले पुष्कर सिंह धामी को जब साजिश करके हराया गया तो भाजपा हाईकमान ने एक नया इतिहास रचते हुए हारे हुये मुख्यमंत्री को फिर मुख्यमंत्री बनाकर देशभर में संदेश दे दिया था कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक धाकड़ राजनेता और सफल मुख्यमंत्री हैं।
पुष्कर सिंह धामी ने सरकार चलाने के लिए स्वच्छता और पारदर्शिता को अपनाया और उसी के चलते उनकी देशभर में प्रसिद्धि के डंके बजने लगे। मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी तीन साल से राजनीतिक पिच पर ऑलरॉडर खिलाडी बनकर खेल रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर अब्दुल कादिर की तरह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राजनीतिक पिच पर अपनी गुगली से उन साजिशकर्ताओं की किल्लियां उखाड फेंक रहे हैं जो उन्हें अस्थिर कर राज्य में मुख्यमंत्री बनने का मुंगेरी लाल की तरह वर्षों से सपना देखते आ रहे हैं? वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राजनीतिक पिच पर विराट कोहली की तरह भी 20-20 मैच में धाकड बल्लेबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं और उनकी यह बल्लेबाजी जहां अपराधियों, माफियाओं, भ्रष्टाचारियों, घोटालेबाजों, नशा तस्करों, नकल माफियाओं को उत्तराखण्ड से बाहर धकेलने के लिए सुपर दिखाई दे रही है उसे देखकर राज्य की जनता मानने लगी है कि उन्हें उत्तराखण्ड का वो सुपर सीएम मिल गया है जिसकी चाहत उन्हें राज्य बनने के बाद से ही बंधी हुई थी।

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