रेस्क्यू ऑपरेशन पर धामी की हर पल नजर
रूद्रप्रयाग(संवाददाता)। मुख्यमंत्री हर आपदा मे आवाम को बचाने के लिए हमेशा देवदूत के रूप मे उनके सामने प्रकट होते रहे हैं और उन्हें नया जीवनदान देने के लिए वह खुद मोर्चा संभालते रहे हैं। उत्तरकाशी के सिलक्यारा मे जब 47 मजदूर अंधी गुफा मे फंस गये थे तो मुख्यमंत्री ने खुद मोर्चा संभालते हुए वहां अपनी देखरेख मे बडा ऑपरेशन चलाकर उन्हें नया जीवनदान देकर देश-विदेश मे अपने नाम की धमक दिखा दी थी। वहीं पिछले कुछ दिन पूर्व बारिश से केदारनाथ मे जगह-जगह रास्ते अवरूद्व होने के कारण वहां हजारों श्रद्धालु संकट मे फंस गये तो श्रद्धालुओं के लिए संकटमोचन बनकर रूद्रप्रयाग पहुंचे मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को वचन दिया था कि वह एक-एक श्रद्धालु को रेस्क्यू कर बचायेंगे और अपने वचन को उन्होंने पूरा करने के लिए खुद केदारनाथ मे चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर पल-पल नजर रखी हुई है और सुबह जैसे ही मौसम साफ हुआ तो केदारघाटी मे बडा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और उसके बाद उन्हें सुरक्षित बचाकर उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। सैकडों श्रद्धालुओं को जब एयरलिफ्ट कराया जा रहा था तो श्रद्धालु एक स्वर मे बोले कि सीएम साहब आप हमारे लिए देवदूत हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निकट परिवेक्षण में केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर रेस्क्यू एव सर्च अभियान पांचवे दिन भी जारी है। आज सुबह केदार घाटी का मौसम साफ होने के साथ ही एमआई 17 और चिनूक से एयर लिफ्ट रेस्क्यू शुरू हो गया है। एमआई चारधाम हेलीपैड पर यात्रियों को उतार रहा है जबकि चिनूक गौचर हवाई पट्टी पर यात्रियों को उतरेगा। सुबह नौ बजे तक 133 लोगों को केदारनाथ से एमआई एव चिनूक एव छोटे हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित एयर लिफ्ट कर रेस्क्यू किए जा चुके हैं।
वहीं रविवार देर शाम तक स्निफर डॉग की मदद से सर्च अभियान जारी रहा। वर्तमान में लिनचोली से रामबाड़ा क्षेत्र तक सर्च अभियान पूरा किया जा चुका है जिसमें अब तक किसी व्यक्ति के मिलने की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं आज सुबह सौ लोगों को सुरक्षा बलों की देखरेख में केदारनाथ धाम से लिनचोली हेलीपैड के लिए रवाना कर दिया गया है। इन यात्रियों को लिनचोली से एयर लिफ्ट कर शेरसी हैलीपैड पर उतारा जाएगा। इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमें जंगल एव मंदाकिनी नदी के आसपास भी लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पल-पल केदारनाथ घाटी मे चलाये जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर अपनी नजरें बनाये हुये हैं और वह श्रद्धालुआंे के स्वास्थ्य को लेकर भी अलर्ट नजर आ रहे हैं और उसी के चलते एयरलिफ्ट व पैदल मार्ग से बचाये गये श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा भेजे गये एमआई-17 और चिनूक के माध्यम से फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है और वह स्वयं इस रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटिरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केदारघाटी मे फंसे एक-एक श्रद्धालु को रेस्क्यू कर उनका जीवन बचाना ही उनका पहला विजन है।