श्रद्धालुओं को बचाने को सीएम ने डीएम-कप्तान को मैदान मे उतारा

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देहरादून(संवाददाता)। चारधाम यात्रा मे आये एक-एक श्रद्धालु को सुगम और सुरक्षित यात्रा कराने के लिए मुख्यमंत्री ने जो संकल्प लिया हुआ था उस संकल्प को वह मानसून मे आई आपदा मे केदारनाथ मे फसे हजारों श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचाने का ऑपरेशन चला रहे हैं। मुख्यमंत्री हर आपदा मे आपदा पीडितों के सामने उनका दर्द हरने के लिए पहुंचने वाले उत्तराखण्ड के पहले मुख्यमंत्री बन चुके हैं। पहाडों मे बाढ से आई आपदा मे बेघर हुये परिवारों का पुर्नवास करने से लेकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहराने के लिए मुख्यमंत्री ने जिस विजन के साथ अपने कदम आगे बढाये उससे संकट मे आये परिवार मुख्यमंत्री की दरियादिली के कायल हो रखे हैं। वहीं बारिश के कारण केदारनाथ के रूद्रप्रयाग मे रास्ते खराब होने के कारण जगह-जगह फसे श्रद्धालुओं को बचाने का ऑपरेशन मुख्यमंत्री ने अपनी देखरेख मे शुरू कर रखा है और उन्होंने साफ संदेश दिया हुआ है कि केदारनाथ मे फसे सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री ने आकाश से लेकर पैदल मार्ग से हजारो श्रद्धालुओं को बचाने का जो ऑपरेशन चलाया हुआ है उससे यह संदेश हर श्रद्धालु के परिवारों को मिल चुका है कि मुख्यमंत्री के होते हुए उनके परिवार के किसी भी सदस्य पर इस आपदा मे कोई संकट नहीं आयेगा। आज सुबह होते ही मुख्यमंत्री ने अफसरों के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्र मे संचालित राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए रूद्रप्रयाग के डीएम और पुलिस कप्तान से जानकारी ली और उन्होंने स्पष्ट शब्दों मे कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों मे फसे सभी लोगों का रेस्क्यू कर लिया जायेगा।
आज प्रात: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रूद्रप्रयाग के डीएम व पुलिस कप्तान से वर्चुअल माध्यम से आपदा प्रभावित क्षेत्रों मे संचालित राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ किया कि उनकी सरकार एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य बचाव दलों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए तत्परता से बडा रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे केन्द्र सरकार हर सम्भव सहायता प्रदान कर रही है और स्वयं बचाव कार्यों की मॉनिटिरिंग वे रात-दिन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने संदेश दिया कि जल्द ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों मे फसे सभी लोगों का रेस्क्यू कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि नागरिकों समेत पांच हजार से अधिक श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया जा चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को रूद्रप्रयाग के डीएम और पुलिस कप्तान ने विश्वास दिला रखा है कि रूद्रप्रयाग में फसे एक-एक श्रद्धालु को सकुशल बचाने के लिए वह वचनबद्ध हैं और यही कारण है कि सुबह सात बजे से ही डीएम व पुलिस कप्तान आपदा मे फसे श्रद्धालुओं के लिए चलाये जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की गति को देखने के लिए खुद मौके पर हर दिन डटे हुये हैं। रूद्रप्रयाग का जिला व पुलिस प्रशासन श्रद्धालुओं को इस संकट के दौर से सकुशल बचाये रखने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है और हवाई मार्ग से लेकर पैदल मार्ग तक कैसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाये इसके लिए वह एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलता से आगे बढा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी साफ कह चुके हैं कि केदारनाथ मे सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं और इन श्रद्धालुओं के रहने व खाने की सारी व्यवस्था रूद्रप्रयाग प्रशासन कर रहा है और श्रद्धालुओं को भी विश्वास है कि उत्तराखण्ड सरकार उन्हें इस संकट से बचाने के लिए उनके साथ खडी हुई है।
रूद्रप्रयाग की पुलिस कप्तान डा० विशाखा अशोक भद्राणे ने कहा है कि कुछ जगहों पर ऐसी सूचनायें चल रही हैं कि काफी लोग मिसिंग हैं हालांकि जितने भी लोगों की सूचना उनके पास है लगभग सभी अपने घरों को पहुंच गये हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की अगर भ्रामक सूचना फैलाता है तो उस पर विश्वास न करें क्योंकि मौसम खराब होने व नेटवर्क समस्या होने के चलते यह समस्या बनी हुई है इसलिए किसी भी प्रकार की भ्रामिक सूचना से बचें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सुबह ही रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा के लिए बैठक करने आगे आये तो उससे साफ नजर आ गया कि वह एक-एक श्रद्धालु को सकुशल बचाने के लिए उनके साथ खडे हुये हैं।

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