अवैध सम्पत्तियों को खंगालने का ऑपरेशन शुरू
कप्तान अजय सरकार मे निहित करायेंगे अपराध से कमाई सम्पत्तियां
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। राजधानी में रवि बडोला हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री तलख तेवरों मे नजर आ रहे हैं और उन्होंने डीजीपी को साफ संदेश दे दिया है कि गैंगेस्टरों की सम्पत्तियों को नेस्तनाबूत कर दिया जाये और जो गैंगेस्टर अपराध से अपनी सम्पत्तियां अर्जित करने मे माहिर हो गये उन सबकी सम्पत्तियांे को चिन्हित कर उन पर बडी कार्यवाही की जाये। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद डीजीपी ने राजधानी के पुलिस कप्तान को सभी गैंगेस्टरों की सम्पत्तियों का किला भेदने का ऑपरेशन चलाने का आदेश दिया है और उसी के चलते पुलिस कप्तान ने गैंगेस्टरों की अवैध सम्पत्तियों को तलाशने का मिशन शुरू कर दिया है और वह खुद मोर्चा संभालते हुए सभी गैंगेस्टरों की कुंडली खंगालने के लिए आगे बढ़ रहे हैं और उनका साफ कहना है कि अपराध से कमाई गई सभी गैंगेस्टरों की अवैध सम्पत्तियों को राज्य सरकार मे निहित कराया जायेगा।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुरूआती दौर मे ही अपराधी और माफियाओं को साफ अल्टीमेटम दे दिया था कि अगर उन्होंने उत्तराखण्ड के अन्दर अपराध करने का दुसाहस किया तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पडेगा। मुख्यमंत्री एक बडे विजन के तहत राज्य को अपराधमुक्त करने के विजन पर काम कर रहे हैं और उनके विजन को धरातल पर सच करने के लिए डीजीपी अभिनव कुमार आगे आ रखे हैं। डीजीपी ने बार-बार अपराधियों और माफियाओं को दो टूक चेतावनी दे रखी है कि अगर उन्होंने राज्य के अन्दर अपराध करने का दुसाहस किया तो उनका काल से सामना होगा और उन्होंने जेलों मे बंद कुख्यात अपराधियों को भी सख्त लहजे मे अल्टीमेटम दे रखा है कि अगर उन्होंने जेल से कोई भी अपराध करने का दुसाहस किया तो उन्हें इसका परिणाम भुगतना पडेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आवाम को साफ कहा है कि उत्तराखण्ड में एक भी अपराधी को पनपने नहीं दिया जायेगा और राज्य मे हमेशा हर तरफ अमन-चैन दिखाई देगा इसके लिए पुलिस और खुफियातंत्र ने अपना बडा जाल बिछा लिया है कि कोई भी अपराधी उत्तराखण्ड के अन्दर दस्तक न दे पाये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गैंगेस्टरों की सम्पत्तियों पर प्रहार करने का जो आदेश दिया है उस पर राजधानी के पुलिस कप्तान ने अपनी बडी रणनीति के तहत गैंगेस्टरों की अवैध सम्पत्तियों को राज्य सरकार मे निहित कराने का बिगुल बजा दिया है। पुलिस कप्तान ने गैंगेस्टरों की सम्पत्तियों को खोज निकालने के लिए एक एसआईटी का गठन किया है और उसकी कमान सीओ के हवाले की है। पुलिस कप्तान खुद एसआईटी की मॉनिटिरिंग करेंगे और हर गैंगेस्टर की कुंडली खंगालने का उन्हांेने खुद भी ऑपरेशन शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री और डीजीपी ने गैंगेस्टरों की अवैध सम्पत्तियों को राज्य सरकार मे निहित कराने का जो टास्क पुलिस कप्तान को सौंपा है उसे पूरा करने की दिशा मे कप्तान अजय सिंह ने अपने कदम आगे बढ़ा दिये हैं।