देहरादून(नगर संवाददाता)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी रहे गणेश गोदियाल ने क्षेत्रीय जनता और कार्यकर्ताओं का चुनाव में दिये गये प्रेम व आशीर्वाद पर आभार व्यक्त किया है और कहा है कि हरियाणा, पंजाब एवं अन्य राज्यों की भांति उत्तराखंड में स्थानीय मुददों अंकित भंडारी हत्याकांड एवं अन्य को भुनाने में असफल नहीं हो पाये और इन मुददों का लाभ लेने में कामयाब नहीं हो पाये और इस शीर्ष नेताओं को व्यापक स्तर पर मंथन किये जाने की आवश्यकता है।
यहां कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2०19 की अपेक्षा कांग्रेस ने 2०24 के लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया गया है और हार के अंतर को भी कम किया गया है और जनता व कार्यकर्ताओं का व्यापक स्तर पर स्नेह मिला है और यह पूंजी मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी पूंजी है और इसे वह आजीवन अक्षुण्ण रखेंगें। उन्होंने कहा कि इस ताकत को साबित करना और जिंदगी में संघर्ष के मैदान में उतरकर जनता के हित की लड़ाई लड़ सकूं। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में कुछ कमियां रह गई उन्हें भविष्य में दूर किया जायेगा। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपनी ताकत के बल पर कांग्रेस के नेताओं को भाजपा में शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार, राज्य सरकार ने डराकर कुठाराघात कर नेताओं को अपने पाले में लाने का काम किया और उन्होंने बीजेपी की मदद की और इसके बाद भी उनकी हार जनता एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जीत है।
उन्होंने कहा कि जनता से मिली ताकत संघर्ष में काम आएगी और हमारी कमी की वजह से भी कांग्रेस की हार हुई है। उन्होंने कहा कि नतीजे हमारे लिए भी और जनता के लिए भी चिंतन का विषय है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को अंकिता भंडारी हत्याकांड, अग्निवीर योजना, पेपर लीक, बेरोजगारी, बदहाल कानून व्यवस्था समेत तमाम मुद्दों पर हमारा साथ देना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और जिस प्रकार से हरियाणा में महिला पहलवानों का मुददा छाया रहा और जिसके कारण भाजपा को हार का वहां से सामना करना पडा और इसी प्रकार अन्य राज्यों में स्थानीय मुददे छाये रहे और जनता ने इसके लिए भाजपा के खिलाफ मतदान किया लेकिन उत्तराखंड में ऐसा नहीं हो पाया और अगर ऐसा होता तो यहां की भी तस्वीर कुछ और ही होती। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि पार्टी में नैतिकता है और इस हार पर शीर्ष नेतृत्व के साथ पूरी तरह से चर्चा होगी और भाजपा ने यह जीत बेमानी से दर्ज की है और दो उपचुनाव प्रदेश में होने है और कांग्रेस इसमें पूरी ताकत झोकेंगी और कांग्रेस प्रत्याशियों को विजयी बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोडेगी। इस अवसर पर वार्ता में मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी, प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, महावीर सिंह रावत, रघुवीर सिंह, राजेश चमोली, मंजू त्रिपाठी आदि शामिल रहे।