प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड की कुछ जेलों से जिस तरह से कुख्यात बदमाशों का साम्राज्य चलता रहा वह किसी से छिपा नहीं है और जबसे युवा राजनेता पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री की कमान मिली है तो उन्होंने जेलों मे चल रहे गैंगों पर नकेल लगाने का हुकम पुलिस अफसरों को दिया था और उसके बाद कई कुख्यात अपराधियों को जब पुलिस ने बेनकाब किया तो उससे कई जेलों मे बंद कुख्यातों मे हडकम्प मच गया और उसी के चलते जेलों से चल रहे गैंगों पर बडी नकेल लग गई। वहीं कुछ जेलों मे वहां के चंद अफसर अपने ही कर्मचारियों को अपनी पॉवर का खौफ दिखाने से बाज नहीं आ रहे? सितारगंज जेल मे तैनात एक हैडकांस्टेबल की पत्नी ने मुख्यमंत्री से लेकर शासन के आला अफसरों को पत्र भेजा है कि वहां के बडे अफसर से उसके पति को जान का खतरा बना हुआ है और यह भी कहा कि अगर उसके पति को कुछ भी हुआ तो उसकी जिम्मेदारी उस अफसर की होगी। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ अर्से पूर्व उसके पति ने चमोली जेल मे एक अपराधी से मोबाइल फोन पकडा था लेकिन उल्टा उसके पति पर ही कार्यवाही कर उनका तबादला पहले पौडी और फिर सितारगंज कर दिया गया और आईजी जेल ने उन्हें कोई इंसाफ नहीं दिया। वहीं आज चमोली जेल के जेलर के जहर खाने के प्रकरण मे कई सवाल खडे हो गये और यह बात उठी कि जेलर को जहर दिया गया है या उन्होंने अपने कथित बचाव मे जहर खाने का यह सारा तानाबाना बुना है? एक युवती ने जेलर पर संगीन आरोप लगाये हैं और अपना सात साल से शोषण किये जाने का भी आरोप लगाया है जिसके बाद पुलिस ने युवती का मेडिकल कराने के लिए अपनी कार्यवाही शुरू कर दी है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार कुछ जेलों मे यह सारे कृत्य हो रहे हैं और आईजी जेल क्यों खामोश है इसको लेकर भी एक नई बहस शुरू हो गई है? अब देखने वाली बात होगी कि क्या राज्य के धाकड मुख्यमंत्री चंद जेलों मे कुछ कर्मचारियों के साथ हो रहे तांडव का सच पता लगाने के लिए एक बडी एसआईटी गठित कर दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए क्या आगे आयेंगे?
उत्तराखण्ड का गृह महकमा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथो मे है और चंद जेलों मे चले आ रहे कुछ रहस्यमय खेल कई सवालों को जन्म देते आ रहे हैं वहीं जाखन राजपुर रोड निवासी हेमन्त सिरोही की पत्नी बीना सिरोही ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है कि उसके पति हेमन्त सिरोही जो कि सितारगंज जेल मे बंदी रक्षक के रूप मे तैनात हैं वहां के एक अफसर द्वारा उन्हें शाररिक व मानसिक प्रताणना दी गई है तथा उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई है। महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि यदि उनके पति के साथ कोई अनहोनी होती है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी जेल के आला अफसर की होगी। महिला ने शासन के अफसरों को भी शिकायती पत्र की रजिस्ट्री भेजी है। वहीं यह बात भी सामने आई है कि जब हेमन्त सिरोही चमोली जिला कारागार मे तैनात थे तो उन्होने एक अपराधी विमल से मोबाइल फोन बरामद किया था और उसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी व कारापाल द्वारा किसी षडयंत्र के तहत झूठे आरोप लगाकर फसाये जाने की शिकायत भी आईजी जेल से की गई थी। यह शिकायत 29 अगस्त 2०22 को की गई थी लेकिन आरोप है कि इस मामले मे भी आईजी जेल ने कोई कार्यवाही नहीं की थी?
उधर चमोली मे एक सनसनीखेज मामला सामने आया जहां जेल के जेलर ने यह आरोप लगाया कि उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की गई है यह मामला काफी तूल पकडता हुआ नजर आ रहा है और यह बात उठ रही है कि जेलर को जहर दिया गया या फिर इसके पीछे कोई और कहानी है? इस मामले मे एक युवती ने जेलर पर संगीन आरोप लगाये हैं और यह बात भी सामने आई है कि लडकी का मेडिकल कराया जा रहा है। इस मामले मे जब चमोली प्रशासन से सम्पर्क करने की कोशिश की गई तो काफी सम्पर्क करने पर भी न तो किसी अफसर से बात हो पाई और न ही आई जी जेल से सम्पर्क हो पाया। अब सवाल उठ रहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंद जेलों मे चल रहे तांडव का सच उजागर करने के लिए एक बडी एसआईटी बनाकर उसकी सच्चाई को सबके सामने लायेंगे?