रुद्रप्रयाग(संवाददाता)। जहॉं चाह वहॉं राह यह वाक्य आजकल केदारनाथ धाम में तैनात पुलिस कार्मिकों पर सटीक बैठ रही है। इसका कारण यही कि रुद्रप्रयाग पुलिस के केदारनाथ धाम यात्रा पर आये श्रद्धालुओं की मदद हेतु ‘ऑपरेशन मुस्कानÓ चलाया हुआ है। जिस किसी श्रद्धालु को कोई परेशानी आन पड़ रही है, पहुंच जा रहे हैं पुलिस के पास। ऐसा ही वाकया केदारनाथ धाम में सामने आया है।
केदारनाथ धाम में तैनात पुलिस कार्मिकों के पास हैरान परेशान हालत में एक युवक जिन्होने अपना परिचय अंकित कुमार मिश्रा निवासी तेवड़ी नगर, नियर आलोदा मॉडल स्कूल लखनऊ, उत्तर प्रदेश के रूप में दिया। इन्होने बताया कि केदारनाथ धाम पहुंचने के बाद उनको ध्यान ही नहीं आ रहा कि वे अपना बैग कहां पर भूल आये। जबकि ये अपना बैग केदारनाथ धाम तक तो ले आये थे। बैग तो कोई समस्या नहीं थी पर समस्या थी उसमें रखी धनराशि। सौ दो सौ होते तो कोई बात नहीं पर यहां तो करीबन पैंतीस हजार की राशि का मामला था। दरअसल केदारनाथ धाम में नेटवर्क का इश्यू रहने के कारण लोग ऑनलाइन पेमेन्ट के भरोसे नहीं रहते और नगद धनराशि लेकर जाना पसन्द करते हैं। ऐसे में वही धनराशि कहीं गुम हो जाये तो हाथ के तोते उड़ जाना स्वाभाविक है। इनकी समस्या को पुलिस कार्मिकों ने सुना और हिम्मत दी कि बाबा की धरती में आये हो और हम प्रयास करते हैं। बाबा ने चाहा तो आपका बैग मिल ही जायेगा। तकरीबन घंटे भर की मेहनत से इन श्रद्धालु का बैग पुलिस टीम को मिला। दरअसल ये जिस जगह पर बैठे होंगे वहीं पर रह गया था और इनको केदारनाथ का सही अंदाजा न होने के कारण इनको पता ही नहीं चला कि ये अपना बैग कहां पर भूल बैठे थे। अपना बैग व उसमें रखी नोटों की गड्डी को सकुशल पाकर ये अत्यधिक प्रसन्न हुए पुलिस का आभार प्रकट किया और बाबा केदार के दर्शन को चल पड़े। बस यही छोटी सी मदद हमारे पुलिस जवानों को सुकून दिला रही है। पुलिस कप्तान के निर्देशन में चल रहा ‘ऑपरेशन मुस्कानÓ नित नये आयाम जोड़ते चला जा रहा है।
पुलिस कप्तान डा० विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि धाम मे श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन कराने के लिए पुलिस प्रशासन बेहतर तरीके से काम कर रहा है और हर पडाव पर श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा का आभास कराया जा रहा है जिससे कि श्रद्धालुओं के मन मे उत्तराखण्ड सरकार और पुलिस को लेकर भावना बन रही है कि उन्हें अतिथि देवो भव: का सत्कार मिल रहा है। पुलिस कप्तान ने कहा कि यात्रा पर आने वाले हर श्रद्धालु के लिए वह खुद उनके साथ खडी हुई है और एक भी यात्री को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होगी।