केदारनाथ यात्रा के इंतजामो को परखने पहुंचे गृह सचिव

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रुद्रप्रयाग(संवाददाता)। केदारनाथ धाम यात्रा के इंतजामो को परखने के लिए राज्य के गृह सचिव रूद्रप्रयाग पहुंचे जहां उन्होंने पुलिस अफसरों के साथ केदारनाथ धाम मे चल रही यात्रा मे की गई तैयारियों की जानकारी ली तो उन्हें बताया गया कि यात्रा रूट पर पुलिस किस शैली मे काम कर रही है और यात्रा के संचालन के लिए पुलिस कंट्रोल रूम को ही यात्रा कंट्रोल रूम के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं यात्रा मे ड्रोन से भी मॉनिटिरिंग की जा रही है।
आज सचिव, गृह उत्तराखण्ड दिलीप जावलकर पुलिस कार्यालय पहुंचे। सलामी गार्द का मान प्रणाम स्वीकार करने के उपरान्त उनके द्वारा पुलिस कार्यालय कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरों के फीड की जानकारी ली गयी। पुलिस कप्तान ने अवगत कराया कि 16 कैमरों से केदारनाथ धाम के अलग-अलग क्षेत्रों का फीड कार्यालय में प्राप्त हो रहा है, इनके अतिरिक्त 65 सीसीटीवी कैमरों से जनपद की यातायात व्यवस्था का फीड प्राप्त हो रहा है, जिसकी मॉनीटरिंग उनके द्वारा अपने कार्यालय कक्ष व पुलिस कन्ट्रोल रूम से की जाती है। इसके बाद सचिव गृह दलीप जावलकर ने पुलिस कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण कर यात्रा के विषय में जानकारी ली। पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग ने अवगत कराया कि केदारनाथ यात्रा अवधि में पुलिस कन्ट्रोल रूम यात्रा कन्ट्रोल रूम का भी कार्य करता है। यह भी अवगत कराया गया कि जनपद में स्मार्ट कमाण्ड एवं कन्ट्रोल रूम का कार्य गतिमान है, अगले माह से यह कन्ट्रोल रूम पूरी तरह से शुरू हो जायेगा।
पुलिस कप्तान ने केदारनाथ धाम यात्रा की तैयारियों एवं अब तक चली केदारनाथ धाम यात्रा का प्रस्तुतिकरण देते हुए अवगत कराया गया कि जनपद की बुनियादी जानकारी व पुलिस के व्यवस्थापन की जानकारी दी गयी। साथ ही जनपद के यात्रा रूट की जानकारी साझा की गयी। जनपद में यात्रा के संचालन हेतु पुलिस कन्ट्रोल रूम ही यात्रा कन्ट्रोल रूम के तौर पर कार्य कर रहा है। कन्ट्रोल रूम के पास यात्रियों की संख्या, वाहनों की संख्या, यातायात की समस्या व यात्रियों की समस्या से सम्बन्धित कॉल्स आते हैं। डीसीसी एवं डायल 112 का सैटअप भी कन्ट्रोल रूम में होने के बारे मे बताया गया। पुलिस बल के व्यवस्थापन की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद को 3 सुपर जोन, 8 जोन व 26 सेक्टरों में विभाजित किया गया है, जनपद में ०4 राजपत्रित अधिकारी यात्रा ड्यूटी पर लगे हैं व जनपद के सम्पूर्ण पुलिस बल के व्यवस्थापन की जानकारी दी गयी। पुलिस कप्तान ने बताया कि इस बार की यात्रा में ड्रोन से भी मॉनीटरिंग की जा रही है। आपात स्थिति एवं आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी बिन्दु पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जनपद में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला आपदा प्रबन्धन, फायर सर्विस का व्यवस्थापन है व आपसी समन्वय से कार्य किया जाता है। रेस्क्यू इत्यादि के कार्य आपसी समन्वय से किये जाते हैं, साथ ही उनके द्वारा गत वर्ष की यात्रा के अनुभव एवं ग्लेशियर वाले स्थानों पर यात्रियों को सहारा देकर पार कराये जाने सम्बन्धी भी जानकारी भी साझा की गयी। जनपद की भौगोलिक स्थिति व पैदल मार्गों की स्थिति के बारे में भी अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जनपद के सभी विभागों के आपसी उचित समन्वय व सहयोग के साथ यात्रा का संचालन किया जा रहा है। मुख्यालय के स्तर से यात्रा व्यवस्थाओं हेतु पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया गया है।
यात्रा के दृष्टिगत बताया गया कि आईजी गढ़वाल व पुलिस कप्तान के स्तर से पुलिस बल की ब्रीफिंग कर उनके ड्यूटी प्वाइन्टों पर भेजा गया है। बाहरी जनपदों से ड्यूटी पर आये पुलिस कार्मिकों हेतु मार्गदर्शिका व यात्रियों के लिए ब्रॉशर दिये जाने के बारे मे बताया। जनपद के संकरे पैच व भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी साझा करते हुए बताया कि संकरे मार्गों पर कुछ देर के लिए वन-वे व गेट सिस्टम के अनुसार यातायात छोड़ा जा रहा है। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में जेसीबी इत्यादि की तैनाती करायी गयी है। जनपद के पार्किंग स्थलों की जानकारी दी गयी। इस वर्ष के यात्रा काल में पुलिस के स्तर से चलाये जा रहे ऑपरेशन मुस्कान, खोया पाया केन्द्र, पुलिस सहायता केन्द्र की जानकारी दी गयी। बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत अब तक ०3 बिछड़े लोगों को मिलवाया है, ०2 खोये मोबाइल वापस कराये हैं व ०1 जरूरी सामग्री वापस दिलायी है। हैलीकॉप्टर टिकटों के नाम पर होने वाली ठगी, नशे का कारोबार करने वाले व यात्रा मार्ग में नशे का सेवन करने वालों तथा पशु क्रूरता करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने के बारे में अवगत कराया गया। केदारनाथ धाम में भीड़ नियंत्रण व श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन हेतु लाइन प्रबन्धन की जानकारी दी गयी। सचिव गृह ने केदारनाथ धाम यात्रा को सुरक्षित, सुगम बनाये जाने हेतु उचित उपाय, भीड़ नियंत्रण व प्रभावी यातायात व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये। इसके बाद गृह सचिव ने जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

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