दिल्ली से सरकार चलाते धामी

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चारधाम यात्रा चुनौती और परीक्षा भी
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। देश मे चल रहे लोकसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री को राज्यों मे प्रचार के लिए भाजपा हाईकमान ने उतार रखा है और मौजूदा दौर मे मुख्यमंत्री दिल्ली मे भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए उनके लिए प्रचार प्रसार कर वहीं डेरा डाले हुये हैं। उत्तराखण्ड के जंगलो मे लगी आग और दस मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री ने दिल्ली से ही मोर्चा संभाल लिया है और वह वहीं से ही सरकार चलाकर अफसरों को संदेश दे रहे हैं कि चारधाम यात्रा उनके लिए चुनौती भी है और परीक्षा भी इसलिए चारधाम यात्रा मे आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छा संदेश देने के लिए अफसर यात्रा मार्ग व धामो मे श्रद्धालुओं के लिए बेहतर इंतजाम करे जिससे इस बार की चारधाम यात्रा श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली मे प्रचार प्रसार का अभियान संभाले हुये है और वह प्रवासी उत्तराखण्डियों को एक बार फिर नरेन्द्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए दिल्ली मे कमल खिलाने का संदेश दे रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली से ही सरकार चला रहे हैं और आज उन्हांेने वीडियो कांफ्रेंसिंग से शासन-प्रशासन के आला अधिकारियों व सभी जिला अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें दिशा-निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कहा है कि प्रदेश के जंगलो मे लगी आग सरकार के लिए बडी चुनौती के रूप मे उभरी है इसलिए वनाग्नि को लेकर ऊपर से लेकर नीचे तक अफसरों की जिम्मेदारी तय की जाये। इसके साथ ही उन्होंने चारधाम यात्रा की समीक्षा करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा हमारे लिए चुनौती भी और परीक्षा की धडी भी है। वहीं उन्होंने पेयजल सचिव को भी अवगत कराया है कि राज्य मे कुल 317 गांव व शहरी क्षेत्रों मे 148 मौहल्ले चिन्हित किये गये हैं जहां पेयजल की समस्या है। उन्होंने कहा कि एक अप्रैल से 30 जून तक समस्त जिलो मे कामर्शियल कंस्ट्रक्शन के लिए कोई कनैक्शन न दिया जाये और 10 मई तक चारधाम यात्रा प्रारम्भ होने से पहले समस्त सड़कें चकाचक हो जानी चाहिए। वहीं उन्होंने ऊर्जा सचिव मीनाक्षी सुंदरम को अवगत कराया कि चारधामो मे चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति की जाये इसके लिए दो अधिकारियों की डयूटी चारधाम के लिए लगाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों मे और भी ज्यादा विद्युत की आवश्यकता होगी इसके लिए हमे लधु और दीर्धकालीक दोनो योजनाओं पर काम करना है।

वनाग्नि को लेकर ऊपर से लेकर नीचे तय तय की जाए जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में वनाग्नि को लेकर कहा कि हमारे सामने वनाग्नि बड़ी चुनौती के रूप में उभरी है। उन्होंने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को निर्देशित किया कि इस मामले में ऊपर से नीचे तक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यालय स्तर पर तैनात सभी अधिकारियों को प्रभागों की जिम्मेदारी बांटी जाए और इन सभी से नियमित रिपोर्ट ली जाए। उन्होंने कहा कि वनाग्नि रोकने के कार्य में जिलाधिकारी भी वन विभाग का पूर्ण सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें यह भी सुनिश्चित करना है कि जो फायर वॉचर्स फील्ड में कार्यरत हैं उनकी भी सुरक्षा के उपाय किये जायें और इसके लिए उनके हेतु बीमा आदि विकल्पों पर विचार किया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि डीएफओ और उनसे उच्च स्तर के अधिकारी मौके पर जरूर जाएं। उन्होंने कहा कि कार्यालय में बैठकर आग पर काबू नहीं पाया जा सकता। इसके लिए जो भी कड़ी कार्रवाई की जानी है वह की जाए। जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे परिस्थितियों के हिसाब से निर्णय लें।

चारधाम यात्रा, चुनौती भी है और परीक्षा भी, अच्छा संदेश लेकर जाएं श्रद्धालु
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा हमारे लिए चुनौती भी और परीक्षा की घड़ी भी। उन्होंने डीजीपी को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि मंदिर परिसरों में तैनात सुरक्षाकर्मी श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार करें और उनकी मदद के लिए तत्काल आगे आएं। उन्होंने कहा कि जो भी श्रद्धालु यहां से जाए वह अपने साथ एक अच्छा सन्देश लेकर जाए। उन्होंने कहा कि यात्रा के शुरुआती 15 दिन हमारे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण हैं और इस हेतु आवश्यक निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इन 15 दिनों में वीआईपी का मूवमेंट कम से कम हो। उन्होंने कहा कि चारधाम की हर तरह की सूचना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जाए ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्य सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग द्वारा यात्रा रूट पर अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिहाज से पर्याप्त संख्या में डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ की रोटेशन में तैनाती के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा शिकायतें हेली सेवाओं को लेकर आती है, इस पर बहुत ज्यादा सख्ती करने की जरूरत है। डीजीपी अभिनव कुमार द्वारा अवगत कराया गया कि डीआईजी लॉ एंड आर्डर को ट्रैफिक प्रबंधन के लिहाज से भी जिम्मेदारी दी गयी है। लक्ष्मण झूला, मुनि की रेती, शिवपुरी वाले मार्ग पर लगने वाले जाम के मद्देनजर देहरादून के एसपी देहात को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। एडिशनल एसपी कोटद्वार व सीओ नरेन्द्र नगर उनका सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभाग और अधिकारी ओनरशिप लेकर एक पॉजिटिव भाव के साथ कार्य करें।

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