प्रमुख संवाददाता
देहरादून। मुख्यमंत्री ने अपने दो साल के कार्यकाल में जिस तरह से राज्य के अन्दर विकास की नई बयार बहाई है उसने उत्तराखण्डवासियों के मन में एक आशा की किरण पैदा कर दी है कि मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड की तस्वीर बदलने वाला राजनेता उन्हे मिल गया है। नरेन्द्र मोदी और पुष्कर सिंह धामी की जुगल जोडी ने उत्तराखण्ड के विकास को जो नये पंख लगाये हैं उससे समूचा उत्तराखण्ड गदगद नजर आ रहा है और उन्हें विश्वास हो चला है कि अब उनका उत्तराखण्ड देश के अग्रणीय राज्यों में शामिल होने के लिए आगे बढ चुका है। मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल में जनसेवक का जो रूप आवाम के सामने रखा हुआ है उसके चलते आवाम उनकी एक आवाज पर उनके साथ खडा हुआ नजर आ रहा है। उत्तराखण्ड में लोकसभा की पांचो सीटों पर एक बार फिर कमल खिलाने की कमान मुख्यमंत्री के हाथों मे है और वह अपने प्रत्याशियों के समर्थन में धुंआधार प्रचार प्रसार कर आवाम को जिस तरह से अपने प्रत्याशियों को विजय दिलाने का आवाम से आह्वान कर रहे हैं उसे देखते हुए साफ नजर आ रहा है कि मुख्यमंत्री को आत्मविश्वास है कि आवाम उत्तराखण्ड में कमल खिलाने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री को जिस तरह से मातृशक्ति का खुला साथ मिल रहा है उससे मुख्यमंत्री का हौसला और बुलंद हो रहा है जिसके चलते वह जनसभाओं में साफ संदेश दे रहे हैं कि इस बार भाजपा चार सौ पार।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड के पहले ऐसे मुख्यमंत्री देखने को मिल रहे है जिन्होने लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में आये दिन चप्पे-चप्पे पर पदयात्रा और जनसभायें कर आवाम को राज्य के अन्दर एक बार फिर कमल खिलाने का आह्वान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की जनसभाओं में उमडता आवाम का जनसैलाब विपक्षी दलों की नींद उडाये हुये है और वह यह समझ ही नहीं पा रही कि आवाम के बीच वह भाजपा को आखिर किस मुद्दे पर धेरने के लिए आगे आये। मुख्यमंत्री ने दो साल में राज्य के अन्दर जो भी विकास किये हैं वह देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मिल रहे अभेद आशीर्वाद का ही परिणाम भाजपा और आवाम मान रहा है। उत्तराखण्ड के अन्दर हमेशा चुनाव में मातृशक्ति का सबसे अह्म रोल देखने को मिलता रहा है और यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल की शुरूआत से ही पहाड से लेकर मैदान की मातृशक्ति को नमन कर उन्हें हमेशा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अपने कदम आगे बढाये हैं।
उत्तराखण्ड की मातृशक्ति तेइस सालों में शायद ही किसी पूर्व मुख्यमंत्री के साथ खडी हुई नजर आई हो लेकिन उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मातृशक्ति को हमेशा जिस तरह से नमन करते हुए उनका आशीर्वाद लेने में कभी अपने आपको पीछे नहीं किया उसी का परिणाम है कि आज हर जनसभा और पदयात्रा में मातृशक्ति मुख्यमंत्री को अपना आशीर्वाद और उनका तिलक कर उन्हें आशीर्वाद देती हुई नजर आ रही है। मुख्यमंत्री मातृशक्ति का साथ पाकर आत्मविश्वास से गदगद नजर आ रहे हैं और उन्हें यह विश्वास हो चला है कि डबल इंजन सरकार के विकास से उत्तराखण्ड की जनता को यह आभास हो गया है कि राज्य का जो विकास तेइस सालों में नहीं हो पाया उससे सौ गुना ज्यादा विकास मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल में अब तक हो चुका है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद मानते हैं कि मातृशक्ति ने ठाना है समृद्ध उत्तराखण्ड बनाना है फिर प्रधानमंत्री मोदी को लाना है, चार सौ के पार जाना है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने प्रत्याशियों की जीत को आसान बनाने के लिए जिस जज्बे के साथ जनसभायें करते हुए नजर आ रहे हैं उससे पार्टी प्रत्याशियों को अपनी जीत का सफर बेहद आसान नजर आने लगा है?