पुष्कर की नई रफ्तार

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देहरादून(संवाददाता)। मुख्यमंत्री अपने विकास की सोच को धरातल पर उतारने के लिए नई रफ्तार के साथ आगे बढ़ चले है जिसके चलते वह उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने की कल्पना को पंख लगाने की दिशा में सफलता की उस सीढ़ी पर पहुंच गये है जिस सीढ़ी पर पहुंचने के लिए उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरू मंत्र दिया था। इसी कडी में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में 17 विभागों की 8275.51 करोड़ की 122 विभिन्न योजनाओं का डिजिटल माध्यम से लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस दौरान इसमें 11 विभागों की 1०48.15 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण एवं 15 विभागों की 7227.36 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। उन्होंने कहा कि विकल्प रहित संकल्प के मूल मंत्र पर राज्य के चहुंमुखी विकास को राज्य सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य राज्य को श्रेष्ठ राज्य बनाना है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग की 2०27 करोड़ की प्रिपेड मीटर योजना का भी शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के माध्यम से पंजीकृत श्रमिकों को टूल किट का भी वितरण किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को सचिव ऊर्जा एवं एमडी पिटकुल पी.सी. ध्यानी द्वारा पांच करोड़ का लाभांश का चेक भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न उद्यमियों को सौर ऊर्जा परियोजनाओं के आवंटन पत्र के साथ ही मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के व्यक्तिगत लाभार्थियों के आवंटन पत्र भी प्रदान किये।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ बनाना है। उन्होंने कहा कि जिसका असर भी देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आज का यह कार्यक्रम हमारी विकास नीति का एक उत्तम उदाहरण है, उन्होंने कहा कि जिसमें 8००० करोड़ रूपए से भी अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े यह सभी विकास कार्य उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है, प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। उत्तराखण्ड में रेल, हवाई एवं सड़क यातायात को प्रभावी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि टनकपुर से भी अब देहरादून के लिये ट्रेन संचालित हो गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या सहित अन्य स्थानों के लिये भी ट्रेन की सुविधा मिल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष चारधाम यात्रा में 56 लाख श्रद्धालु आये जबकि पूर्णांगिरी मेले में भी 5० लाख लोग आये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्षभर धार्मिक पर्यटन का संचालन हो इसके प्रयास हो रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य प्रदेश की जी.एस.डी.पी. को ०5 वर्षों में दुगना करने का है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिलों में 2०25 तक बेस्ट प्रेक्टिस व नवाचार के रूप में क्या पहल हो सकती है इसकी भी कार्य योजना बन रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में जीएसटी संग्रहण 23 प्रतिशत पहुंच गया है और जबकि प्रतिवर्ष लिये जाने वाले ऋण की धनराशि में कमी आयी है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री रेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में आज भारत विकास की एक अभूतपूर्व गाथा लिख रहा है। उन्होंने कहा कि 2०14 के पहले के भारत में और अब के भारत में जमीन आसमान का अंतर साफ-साफ दिखता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर वर्ग के लिए कल्याणकारी योजनाएं शुरु कीं। उन्होंने कहा कि किसान से लेकर जवान तक और शहर से लेकर गांव तक हर वर्ग और क्षेत्र के लिए मोदी सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष प्रेम किसी से छुपा नहीं है, देवभूमि उत्तराखंड उनके हृदय में बसता है और उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास में केंद्र सरकार हर तरह से मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि आज जिन कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है और उनमें कई कार्य केंद्र सरकार द्वारा की गई सहायता से पूरे किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में एक तरफ जहां हम विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चला रहा हैं और वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के हित में कई अभूतपूर्व और कड़े फैसले भी लिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार देश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता लेकर आयी है और इस संहित के लागू हो जाने से विशेषकर हमारी मुस्लिम बहन बेटियों को कई तरह से उत्पीडऩ से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत सारी मुस्लिम बहनें इस संहिता को लागू करने के लिए धन्यवाद देती हैं। उन्होंने कहा कि अभी पिछले दिनों उधमसिंह नगर में नजूल भूमि पर पट्टा वितरित करने के कार्यक्रम में वहां भी मुस्लिम बहनों के एक ग्रुप ने यूसीसी लागू करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लागू किया और इसमें पेपरलीक जैसी घटनाओं पर लगाम लग चुकी है और सभी परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित की जा रही हैं। ऐसे ही हमनें लैंड जिहाद के खिलाफ मुहिम चलाई और पांच हजार एकड़ से अधिक की सरकारी जमीन से अवैध कब्जों को खाली करवाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में विकास के कार्य जितने जरूरी हैं उतना ही जरूरी प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर को मेनटेन रखना होता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पुलिस प्रशासन को इस बात के लिए खुली छूट दी है कि अगर कोई भी व्यक्ति देवभूमि उत्तराखंड में अशांति फैलाने की कोशिश करे तो उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

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