पुष्कर की झोली में विकास ही विकास

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देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड की जनता ने तेइस सालों में भाजपा और कांग्रेेस के पूर्व मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल देखा और उन्हें हमेशा यह देखकर हैरानी होती थी कि हर पूर्व मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के लिए बार-बार कर्ज मांगा और उनकी मांग भी उस तरह से पूरी नहीं होती थी जैसे होनी चाहिए थी? उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पहले ऐसे राजनेता बन गये हैं जिन्होंने मोदी टीम से कोई भी मांग की तो उनकी मुरादों को पंख लगाकर उसे मुख्यमंत्री की झोली में डाला जा रहा है। सबसे अह्म बात यह है कि धामी ने राज्यहित में मोदी टीम से विकास को लेकर जो भी मांग की वह आनन-फानन में पूरी होती चली गई। मुख्यमंत्री के कार्यकाल में उत्तराखण्ड के अन्दर रेल से लेकर हवाई सेवाओं का जो बडा विस्तार मात्र दो साल के भीतर हुआ है उसे देखकर उत्तराखण्ड की जनता भी यह मान चुकी है कि मोदी टीम को पुष्कर सिंह धामी पर अभेद विश्वास है कि वह स्वच्छ राजनीति करते हुए उत्तराखण्ड को नई दिशा में ले जाकर उसे देश के अग्रणीय राज्यों में लाकर खडा कर देंगे। मुख्य सचिव को छह माह का सेवा विस्तार मिलना पुष्कर सिंह धामी की स्वच्छ राजनीति का ही परिणाम है क्योंकि मोदी टीम को पता है कि राज्य को पारदर्शिता के साथ चलाने के लिए मुख्यमंत्री काबिल अफसरों को राज्य की सेवा के लिए और मौका देना चाहते हैं।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विकास के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का खुला साथ पा रखा है और यही कारण है कि उत्तराखण्ड में मोदी के ड्रीम प्रोजेक्टों को पारदर्शिता के साथ पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री ने कमान अपने हाथों में ले रखी है। उत्तराखण्ड को 2०25 तक देश का अग्रणीय राज्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी की झोली में वो बडी-बडी योजनायें डाली हैं जिससे आने वाले समय में उत्तराखण्ड अपने पैरों पर खडा हो सके और उत्तराखण्ड को सौ साल तक केन्द्र का मुंह न ताकना पड़े। पहाड़ों में रेल चढ़ाने का संकल्प हो या फिर राज्य के चप्पे-चप्पे में हैली सेवाओं के विस्तार हो उन सब संकल्प को मोदी टीम पूरा करने के लिए पुष्कर सिंह धामी का अभेद साथ देती हुई दिखाई दे रही हैं और यही कारण है कि आज के इस दौर में उत्तराखण्ड के अन्दर भ्रष्टाचार और घोटालों का शोर बंद हो चुका है।
उत्तराखण्ड़वासियों ने कभी यह कल्पना भी नहीं की थी कि उत्तराखण्ड की राजनीति का सितारा युवा राजनेता पुष्कर सिंह धामी बनकर सामने आयेंगे। छात्र राजनीति में अपनी बडी पैठ रखने वाले पुष्कर सिंह धामी को इस बात का शुरूआती दौर में ही इल्म था कि आवाम के दिलों पर कैसे राज किया जाता है। मुख्यमंत्री को सत्ता चलाने का गुरूमंत्र देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया तभी से यह बात साफ हो गई थी कि प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की राजनीतिक सोच का आंकलन कर चुके हैं और उसी के चलते उन्हें उत्तराखण्ड को आदर्श राज्य बनाने की दिशा में आगे लाकर खडा कर रखा है। हैरानी वाली बात है कि उत्तराखण्ड में कांग्रेेस व भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्रियों ने अपने शासनकाल में उत्तराखण्ड के विकास को लेकर ऐसा कोई खाका नहीं खींचा था जिससे राज्य नई दिशा में जाता हुआ दिखाई देता इसी के चलते आवाम के मन में पूर्व मुख्यमंत्रियों का शासनकाल उन्हें खूब अखरता था?
मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने सत्ता चलाने के लिए सरकार को बेदाग होने का संदेश दिया था और साफ कहा था कि अगर किसी ने भी भ्रष्टाचार या घोटाला करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त रूख अपनाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने अपने शासनकाल में बेदाग होकर सत्ता चलाने का जो पैमाना तय कर रखा है वह मोदी टीम को खूब रास आ रहा है। सबसे आश्चर्यचकित बात यह है कि भाजपा के सभी पूर्व मुख्यमंत्री दिल्ली में प्रधानमंत्री से मिलने के लिए अपनी अर्जी लगाते थे लेकिन अधिकांश बार उन्हें प्रधानमंत्री से मिलने का समय तक नहीं मिल पाता था। वहीं राज्य की कमान संभालने वाले युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा हाईकमान जेपी नड्डा को जब भी अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड दिखाया तो वह रिपोर्ट कार्ड टॉप पर ही दिखाई दिया जिसके चलते देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को विकास की बडी-बडी योजनायें देने के लिए अपने कदम आगे बढ़ाये तो वहीं मोदी टीम ने उत्तराखण्ड में रेल सेवाओं के विस्तार और हैली सेवाओं को हर तरफ बुलंदियों पर लाकर खडा करने का जो मिशन शुरू किया हुआ है उसी का परिणाम है कि आज मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी देश की सौ बडी हस्तियों में 61वें नम्बर पर आकर खडे हो गये हैं और उसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह राज्य के अन्दर स्वच्छता, पारदर्शिता और निडरता के साथ सरकार चला रहे हैं।

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