देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड में जिस युवा राजनेता को भजपा शासनकाल में कभी किसी पूर्व मुख्यमंत्री ने मंत्री बनाने के लिए भी अपनी हामी नहीं भरी वही युवा राजनेता आज उत्तराखण्ड सरकार का सलतनत बनकर देश-विदेश में अपने धाकड़ फैसलों से अपना राजनीतिक रूतबा बढ़ाने में कामयाबी की उस सीढी पर पहुंच गये जहां आज तक उत्तराखण्ड का कोई भी पूर्व मुख्यमंत्री नहीं पहुंच पाया था। मुख्यमंत्री ने अपने अब तक के कार्यकाल में एक से एक धाकड़ फैसले लेकर देश में अपना राजनीतिक रूतबा बढ़ाया और राज्य की जनता के सामने उन्होंने अपना फ्लावर रूप रखा तो वहीं अपराधियों, माफियाओं, भ्रष्टाचारियों और घोटालेबाजों को उन्होंने अपना फायर रूप दिखाकर उत्तराखण्ड के अन्दर अपनी राजनीतिक की जो चमक दिखाई है उसी के बल पर वह पॉवरफुल राजनेता बन गये हैं। एक समूह के सर्वे में देश के सौ ताकतवर भारतीयों की सूची में धामी का नाम भी शामिल हुआ है जिससे उत्तराखण्ड की जनता को अभिमान हो रहा है कि उनका मुख्यमंत्री अल्प कार्यकाल में ही जब पॉवरफुल राजनेता बन गये हैं तो फिर आने वाले समय में वह देशभर में अपने नाम का डंका ऐसे बजायेंगे कि उनका नाम पॉवरफुल राजनेताओं की सूची में पहले पायदान पर आ जायेगा।
लोकसभा चुनाव की आहट शुरू हो गई है और दिल्ली में लोकसभा चुनाव के दावेदारों के नामों के चयन को लेकर मंथन का दौर शुरू हो गया है। इन नामों को फाइनल करने में मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी का भी एक बडा रोल माना जा रहा है। मुख्यमंत्री आज उत्तराखण्ड में राजनीति के वो सितारे बन गये हैं जो उत्तराखण्ड के चप्पे-चप्पे पर चमकते हुए नजर आ रहे हैं और हर तरफ आवाम उन्हें सर माथे पर बिठा रही है। उत्तराखण्ड के अन्दर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का राजनीतिक रूतबा इतनी बुलंदी पर पहुंच चुका है कि उसका आंकलन करना भी मुश्किल हो गया है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा हाईकमान जेपी नड्डा की राजनीतिक पाठशाला में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पिछले ढाई सालों से अव्वल आ रहे हैं और उसी के चलते उत्तराखण्ड की झोली में केन्द्र एक के बाद एक बडी-बडी विकास योजनायें डाल रहा है जिससे उत्तराखण्ड विकास की एक नई उडान पर उडता हुआ नजर आ रहा है।
उत्तराखण्ड में कौन लोकसभा सीट पर उम्मीदवार होगा इसको लेकर दिल्ली में पुष्कर ंिसह धामी भी भाजपा की हाईपॉवर कमेटी के साथ मंथन व चिंतन कर रहे हैं इसी बीच एक समूह द्वारा ताकतवर भारतीयों को लेकर कराये गये सर्वे में सौ लोगों की सूची सामने आई है। इस सूची में उत्तराखण्ड के धाकड़ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पॉवरफुल राजनेता के रूप में सामने आये हैं। ताकतवर भारतीयों की सूची में पुष्कर सिंह धामी का 61 नम्बर पर नाम दर्ज है। पिछले वर्ष की सूची में धामी सबसे ताकतवर भारतीयों में 93 नम्बर पर थे।
इस साल उन्होंने एक बडी छलांग लगाते हुए अपना नाम 61वें नम्बर पर दर्ज कराया है। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों समान नागरिक संहिता विधेयक पास कराने से मुख्यमंत्री धामी देशभर में धाकड़ मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहचान बना गये वहीं देश में लैंड जिहाद के विरूद्व कडी कार्यवाही व उत्तराखण्ड में सशक्त नकल विरोधी कानून बनाकर वह बडी सुर्खियां बटोर चुके हैं। मुख्यमंत्री का पॉवरफुल राजनेता के रूप में उभरकर सामने आना उनकी सरलता भी माना जा रहा है और उसी के चलते वह आज देशभर में कद्दावर नेताओं में अपना नाम दर्ज करा गये।