अवैध लीसा फैक्ट्री के खिलाफ वन महकमें का ऑपरेशन

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उत्तरकाशी(संवाददाता)। डीएम के निर्देश पर देर रात्रि को वन विभाग ने धरासू स्थिति भागीरथी लीसा उधोग फैक्ट्री में 4०० अवैध (68 कुंतल) लीसा टीन बराबद कर फैक्ट्री में ताला जड़ दिया है। जिससे वन तस्करों में हड़कंप मची हुई है। जिले में अवैध वन तस्करों की अब खैर नहीं जिले के नवनियुक्त डीएम डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने कार्य भार संभालते ही एक्शन मूड़ में है।जी हम बात कर रहे उत्तरकाशी के धरासू बैण्ड के पास की जहां वन विभाग को राजस्व का चुना लगाया जा रहा था।
सूत्रों ने मामले की सूचना जब वन विभाग के प्रभागीय वनाधिकारी कोट बंगला उत्तरकाशी डीपी बलूनी को दिया गया तो उन्होंने जांच के बात कही। बाद में संवाददाता ने पूरे प्रकरण को जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट के संज्ञान में लाया गया तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएफओ उत्तरकाशी को तत्काल जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रभागीय वनाधिकारी डीपी बलूनी ने एसडीओ कन्हैया बेलवाल ,वन क्षेत्र अधिकारी नागेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में शुक्रवार देर रात्रि मौके पर गए और धरासू बैण्ड स्थिति भागीरथी लीसा उधोग फैक्ट्री में छापामारी की कार्यवाही की। डीएफओ डीपी बलूनी ने बता कि देर रात्रि तक 25० ( ढाई सौ )से अधिक अवैध लीसा के टीन बराबद किये हैं उन्होंने कहा कि फिलहाल जांच जारी है फैक्ट्री को सील किया गया है। उदर वन क्षेत्र अधिकारी नागेंद्र सिंह रावत ने बताया कि रात्रि को गिनती नहीं हो सकी थी इस में 4०० टीन यानि 68 कुंतल अवैध लीसा के पायें गये जिसकी कीमत पौने तीन लाख आंकी गई है। उन्होंने कहा कि अवैध माल रखने पर नियम अनुसार कार्रवाई की जायेगी। फिलहाल भागीरथी लीसा उधोग फैक्ट्री पर वन विभाग का लगा हुआ है और सभी आवश्यक कागजात भी वन विभाग ने अपने कब्जे में ले लिए जिनकी गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है। वहीं अवैध 68 कुंतल लीसा उन्हें हमने अपने कब्जे में चिन्यालीसौड ले गये हैं। मामले की अभी जांच की जा रही है फैक्ट्री मालिक द्वारा बताया गया है कि उक्त अवैध माल बड़कोट से लाया गया है। सूत्रों की माने तो यहां दो हजार से अधिक अवैध टीन होने की आंशका है। इतना ही नहीं सूत्रों की माने यहां धंधा वन महकमे के नाक के नीचे कैसे चल रहा था इसमें वन विभाग की मिली भगत से भी सूत्र इनकार नहीं कर रहे।

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