दोस्त ने दोस्त को दी मौत

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मंगलौर(1द्घद्गह्म्)। मंगलौर इलाके में कबूतर पालने वाले एक वृद्ध ने अपने कबूतर मारने वाले दोस्त को जब गालियों की बौछार से उसे निशाने पर लेना शुरू किया तो एक दिन मौका पाकर दोस्त ने ही दोस्त की कुलहाडी से हमला कर उसकी हत्या कर दी और अपने आपको बचाने के लिए वह ठिकाने बदलने लगा लेकिन पुलिस ने आखिरकार हत्यारे को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
गौरतलब है कि कोतवाली मंगलौर पर 3० जनवरी को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम मोहम्मदपुर जट में अकेले रह रहे वृद्ध का बिस्तर खून से सना हुआ है लेकिन उक्त वृद्ध गायब है। बाद में मृतक का शव बुरी स्थिति में घटनास्थल से कुछ दूरी पर गंदे नाले से बरामद हुआ था। घटना की संवेदनशीलता/नृशंसता को देखते हुए पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा अफसरों की एक टीम गठित कर उन्हें हत्याकांड के खुलासे के लिए लगाया।
घटना के सबंध में सुखपाल निवासी मोहम्मदपुर जट कोतवाली मंगलौर की लिखित शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया। आज कप्तान ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि संदिग्ध अंकित जो लगातार अपने ठिकाने बदलता है तथा जंगलों में निवास करता है, का मृतक से वार्तालाप होता था लेकिन पिछले कुछ समय से विवाद भी था। बीते रोज मुखबिर की सूचना पर नारसन क्षेत्र में पैदल जा रहे उक्त संदिग्ध (अंकित) को दबोचकर पूछताछ की गई तो सारा मामला खुल कर सामने आ गया। यह भी जानकारी में आया कि उक्त अंकित कई दिनों बाद राजस्थान से वापस लौटा था।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि अंकित की दोस्ती कबूतर पालन और पेंटर का काम करने वाले रमेश (मृतक) से थी। अंकित ने मृतक रमेश के समय-समय पर कुछ कबूतर मार दिए। जिस कारण अंकित के सामने आने पर मृतक रमेश बार-बार अंकित को मां की गाली देता था। मरे हुए कबूतर को गाढ़ देने पर हुए विवाद व मृतक रमेश के बार-बार अंकित को मां की गाली देने से बुरी तरह नाराज होकर अंकित ने रमेश की कुल्हाड़ी से काटकरध्मारकर नृशंस हत्या कर दी और लाश को वहां से कुछ दूरी पर ले जाकर गंदे नाले में फेंक दिया। उन्होंने बताया कि हत्यारे को पकडऩा इतना सरल नहीं था क्योंकि इसके द्वारा आजीवन कभी भी फोन का इस्तेमाल नहीं किया गया। लोगों के ज्यादा टच में नहीं था। शुरुआती दौर में गांव में दूसरी बिरादरी पर शक था जिस कारण जल्दी खुलासा न होने पर गांव में सुगबुगाहट बढ़ रही थी जिस कारण उक्त प्रकरण कभी भी शांति व्यवस्था के दृष्टिकोण से संवेदनशील हो जाता। साथ ही शव को गंगनहर में फेंकने का हत्यारे का प्लान अगर कामयाब हो जाता तो खुलासा करने में बहुत मुश्किल होती। कप्तान ने बताया कि पकड़े गए हत्यारे के पास से हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद की गयी है।

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