देहरादून(नगर संवाददाता)। अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ से जुडे सफाई कर्मचारियों ने उत्तराखंड के सफाई कर्मचारियों के हितार्थ बनी डाक्टर ललित मोहन रयाल कमेटी की सिफारिशें न लागू किये जाने एवं वादाखिलाफी के विरोध में राजधानी में पैदल मार्च निकालकर जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया और प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रेषित किया किया और सामूहिक रूप से गिरफ्तारियां भी दी।
यहां अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ से जुडे सफाई कर्मचारी नगर निगम में प्रदेश प्रभारी विशाल बिरला के नेतृत्व में इकटठा हुए औैर वहां से अनेकों समस्याओं के समाधान के लिए पैदल मार्च निकालकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस बीच पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई और बाद में सभी वहीं धरने पर बैठ गये और प्रदर्शन करने लगे। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों ने किया विगत अनेकों वर्षों से उत्तराखण्ड में सफाई कर्मचारियों के उत्पीडऩ एवं अन्य समस्याओं के समाधान के लिए अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ शाखा उत्तराखण्ड लगातार संघर्षरत है। ज्ञापन में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने बीजेपी के घोषणा पत्र के अनुसार सफाई कर्मचारियों को नियमितीकरण नहीं किया गया है। इस अवसर पर विशाल बिरला ने बताया कि वर्ष 2०21 में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी ने डॉ ललित मोहन स्याल कमेटी गठित कर उसकी सिफारिशों पर कार्यवाही क आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि परन्तु विधानसभा में भी प्रश्न उठाये जाने के बावजूद लगातार कई माह से सफाई कर्मियों को गुमराह किया जा रहा है और जिसे सहन नहीं किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी मांग है की कमेटी की सिफारिश लागू कर कर्मियों को ठेकेदारी: समिति, संविदा व दैनिक मजदूर जैसी शोषण कारी व्यवस्था से निजात दिलाते हुए नियमतिकरण किया जाये और सफाई कर्मियों की संख्या दस हजार की जनसंख्या पर पचास कर्मियों को रखा जाना है, सफाई कर्मियों की पदोन्नति की जानी है, मृतक आश्रितों को नियमों में शिथलीकरण कर नियुक्ति प्रदान की जानी है, पुरानी पेंशन लागू करने समेत अनेकों आवश्यक बिन्दुओं की सिफारिश को लटका कर रखा गया है।
उन्होंने कहा कि जिससे कर्मियों में अत्यधिक रोष है व कर्मचारी आन्दोलन के लिये बाध्य है। ज्ञापन में कहा गया कि भगवान श्री राम वाल्मीकियों के भी आराध्य है और मुख्यमंत्री को इस ओर त्वरित संज्ञान लेना होगा और देहरादून, रूडकी और हरिद्वार के नगर निगमों में तीन सफाई कर्मी कल ही काल का ग्रास बनाये है और उनके परिवार को कोई आर्थिक सहयोग नहीं दिया ओर बीमा नहीं अन्य सुविधाओं आश्रितों को नियुक्ति नहीं है और उनकी मृत्यु के विरूद्ध किस अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें कम्पन्सेशन दिलायेंगें इसका भी आश्वासन देना होगा। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेजा गया और शीघ्र ही मांगों को हल करने का आग्रह किया गया। इस अवसर पर अनेक सफाई कर्मचारी शामिल रहे।