धामी ने भू-माफिया सुधीर विंडलास का अहंकार तोडा

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वर्षों से अपनी पॉवर का रौब गालिब करता था उद्योगपति
पुष्कर राज में हर भू-माफिया होगा ‘बेनकाब’
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। राजधानी मंे उद्योगपति सुधीर विंडलास वर्षों से अपनी पॉवर के धमंड में इतना चूर रहता था कि उसके खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाता था और कुछ पूर्व सरकारों में वह पॉवर के अहंकार में खूब दौडता था लेकिन जैसे ही उत्तराखण्ड के अन्दर स्वच्छ छवि के मुख्यमंत्री के सामने उद्योगपति के भू-माफिया होने की शिकायत पहुंची तो उन्होंने भू-माफिया के चेहरे से ईमानदारी का नकाब उतारने की दिशा में बडी पहल करते हुए उसके द्वारा कब्जाई गई जमीनों के मामले की जांच सीबीआई को सौंप कर यह संदेश दे दिया था कि अब उनके राज में उत्तराखण्ड के अन्दर हर भू-माफिया बेनकाब होगा। सुधीर विंडलास के खिलाफ सीबीआई जांच दिये जाने के बाद उन बडे-बडे भू-माफियाओं की नींदे उडी हुई थी जो चंद पूर्व सरकारों को अपने हाथ का खिलौना समझने का खेल खेल रहे थे? देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लाडले ने उद्यमी और बडे भू-माफिया सुधीर विंडलास का अहंकार तोडने के लिए जिस विजन के साथ मामले की जांच सीबीआई के हवाले की थी उसके बाद सीबीआई ने सुधीर विडलास समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर यह साबित कर दिया कि सुधीर विंडलास वर्षों से अपनी पॉवर का रौब गालिब कर सलाखों के पीछे नहीं पहुंच पा रहा था?
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी एक दबंग मुख्यमंत्री के रूप में देशभर में एक बडी पहचान बना चुके हैं और जिस विजन के साथ वह काम कर रहे हैं उसी के चलते आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की आंखों के तारे बने हुये हैं और वह पुष्कर ंिसंह धामी को अपना खूब दुलार देकर उन्हें उत्तराखण्ड को आदर्श राज्य बनाने के मिशन में आगे बढाते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने भू-माफियाओं, माफियाओं और अपराधियों को लेकर हमेशा उन्हें नेस्तनाबूत करने का संकल्प लिया है और यही कारण है कि राज्य की जनता पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखण्ड का रक्षक मानकर उन्हें एक युग तक मुख्यमंत्री बने रहने का आशीर्वाद दे रही है। राजधानी में उद्योगपति सुधीर विंडलास पर भू-माफियागिरी के कुछ मामले दर्ज हुये और उसको लेकर काफी भूचाल भी मचा लेकिन अपनी पॉवर के चलते उस पर कभी भी पूर्व सरकारों और किसी भी पुलिस अफसर ने हाथ डालने का साहस नहीं दिखाया था। वहीं भू-माफिया सुधीर विंडलास की भू-माफियागिरी की शिकायत जब राज्य के धाकड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने पहुंची तो उन्होंने इस मामले में सख्त रूख अपनाते हुए सुधीर विंडलास के खिलाफ सीबीआई जांच कराने के लिए केन्द्र के गृहमंत्रालय को पत्र लिखा था।
मुख्यमंत्री के इस कदम से भू-माफियाओं में भूचाल मच गया था और इस मामले को कुछ बडे भू-माफिया हल्के में ले रहे थे लेकिन जैसे ही सीबीआई ने यह मामला अपने हाथों में लिया और उसने अपनी जांच पडताल शुरू की तो उसके बाद से ही सुधीर विंडलास पर संकट छाने लगा था। सीबीआई ने इस मामले की एक के बाद एक कडी जोडते हुए जांच पडताल शुरू की और वह इस मामले का सच सामने लाने में कामयाब हुई और उसी के चलते सीबीआई ने सुधीर विंडलास और उनके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया। सुधीर विंडलास और उसके साथियों की गिरफ्तारी से यह बात साफ हो गई कि धामी ने पॉवरफुल भू-माफिया का अहंकार तोडकर उन सभी बडे-छोटे भू-माफियाओं को यह संदेश दे दिया है कि उनके राज में भू-माफियागिरी करने वालों का हश्र जेल की सलाखें ही होगा।
गौरतलब है कि जनवरी 2022 में देहरादून के एक कारोबारी ने राजपुर थाने में सुधीर विंडलास और उनके परिजनों व कर्मचारियों के खिलाफ दो मुकदमें दर्ज कराये थे। आरोप था कि विंडलास ने जमीनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें बेचा है इसमें कई मृत लोगों को भी जिंदा दर्शाया गया था जिनके स्थान पर अपने कर्मचारियों और साथियों को खडा किया गया था उसके बाद एक मुकदमा पूर्व सैनिक अधिकारी ने भी दर्ज कराया था। सुधीर विंडलास पर इनकी जमीन हथियाने का भी आरोप है, उद्योगपति विंडलास के खिलाफ 2018 में भी इसी तरह का एक मुकदमा दर्ज किया गया था। शुरूआत में इन सभी मुकदमों की जांच जिला पुलिस ने की लेकिन पीडित पक्ष जिला पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हुआ इसके बाद पीडित पक्ष ने सरकार से सीबीआई जांच कराने की मांग की थी और पुष्कर सरकार ने गहन विचार कर इन मुकदमों को सीबीआई को ट्रांसफर करने की संतुति की थी। सुधीर विंडलास और उनके तीन साथियों की गिरफ्तारी ने भू-माफियाओं में खलबली मचा दी है और यह बात भी साफ हो गई है कि पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड के अन्दर किसी भी भू-माफिया को पनपने नहीं देंगे।

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