प्रमुख संवाददाता
देहरादून। कितनी हैरान करने वाली बात है कि जिस सचिवालय से सारी सरकार चलती है और जिस पुलिस मुख्यालय से समूचे राज्य की पुलिस का संचालन होता है अगर ठीक उसके पीछे दिन दहाडे गन प्वाइंट पर करोडो की डकैती की वारदात हो जाती है तो यह साबित करता है कि पुलिस का खौफ अपराधियों में किस तरह से हवा-हवाई हो चुका है? सबसे अचम्भे वाली बात यह है कि यह डकैती उस दौरान हुई जब राष्ट्रपति दून में थी और शहर के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का कडा इंतजाम किये जाने का दम भरा जा रहा था? दीपावली से पूर्व इस दिन दहाडे डकैती की वारदात ने व्यापारियों के मन में एक डर पैदा कर दिया है क्योंकि इस त्यौहार में ज्वैलरी शॉपों में जमकर खरीदारी होती है और उसके चलते व्यापारियों का व्यापार भी खूब उफान पर होता है। भले ही इस डकैती की वारदात का खुलासा कभी भी हो जाये लेकिन डकैती की ऐसी सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वालों ने जिस तरह से दून पुलिस को ललकारा है उसने आवाम और व्यापारियों के मन में एक डर पैदा कर दिया है क्योंकि डकैती की वारदात ऐसे स्थान के समीप हुई है जहां से सरकार और पुलिस महकमा चलता है?
आज देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू राजधानी में थी और पुलिस अफसरों ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद किये जाने का दम भरा था और ड्रोन से शहर पर नजर रखने का भी ऐलान किया था। हैरानी वाली बात है कि राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शॉप सचिवालय और पुलिस मुख्यालय के ठीक पीछे स्थित है और ऐसे स्थान पर बदमाशों ने बेखौफ होकर गन प्वाइंट पर जिस तरह से ज्वैलरी शॉप में दिन-दहाडे करोडो की डकैती की वारदात को अंजाम देकर दून पुलिस को खुली चुनौती दी है उससे व्यापारियों मे ंकहीं न कहीं एक डर जरूर बन गया है? सवाल यह उठ रहा है कि जहां से उत्तराखण्ड की सरकार संचालित होती है और जिस पुलिस मुख्यालय से तेरह जिलों के कामकाज का आंकलन और उन्हें आदेश-निर्देश दिये जाते हैं अगर ठीक उसके पीछे गन प्वाइंट पर दिन-दहाडे करोडो की डकैती हो गई तो उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बदमाशों के मन में पुलिस का तिनकाभर भी भय नहीं था? सवाल यह नहीं है कि पुलिस डकैती की वारदात में शामिल बदमाशों को जल्द पकड लेगी बल्कि सवाल यह है कि आखिरकार जो राजपुर रोड वीआईपी माना जाता है और उसके समीप सचिवालय और पुलिस मुख्यालय है अगर वहां हथियारों के दम पर डकैतों ने डकैती डालने का दुसाहस किया है तो वह पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान जरूर लगा गया? बताया जा रहा है कि डकैत फिल्मी अंदाज में ज्वैलरी शॉप में ग्राहक बनकर दाखिल हुये और गन प्वाइंट पर कर्मचारियों को प्लास्टिक की रस्सी से बांध दिया और वहां से वह करोडो के जेवरात लूटकर फरार हो गये और इस वारदात से शहर पुलिस की गश्त और चीता मोबाइल की इधर से उधर होने वाली दौड़ पर आज पांच डकैत एक बडा सवाल खडा करके फूर्र हो गये।