प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड की सियासत में बडे राजनेता के रूप में हरदा को पहचाना जाता है और वह राज्य बनने के बाद से ही उत्तराखण्ड की सियासत में अकसर हलचल मचाते हुए दिखाई देते रहे और जब वह मुख्यमंत्री की कमान संभाले हुये तो उनके कार्यकाल में पार्टी के ही कुछ विधायकों ने विद्रोह किया और उनका तख्ता पल्टा था और उसी के बाद विधायकों को अपने पाले में लाने के लिए उनका स्टिंग ऑपरेशन हुआ तो उसके बाद से ही उत्तराखण्ड की राजनीति में बडा भूचाल आया था और उसके बाद इस स्टिंग की जांच सीबीआई के हवाले हो गई थी। हरदा चंद दिन पूर्व कार दुर्घटना में मामूली घायल हुये और उन्हें जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उन्हें बीस दिन तक आराम की सलाह दी गई। हरदा अस्पताल में इलाज करा रहे हैं इसी बीच सीबीआई की टीम जौलीग्रांट अस्पताल पहुंची जहां उन्होंने हरदा को एक नोटिस सर्व कराया। नोटिस मिलने के बाद हरदा ने सोशल मीडिया पर इसको लेकर एक पोस्ट डाली जिसमें उन्होंने सीबीआई के इस नोटिस पर कहा कि वाह सीबीआई।
आज हरीश रावत ने सोशल मीडिया एक पोस्ट वायरल की जिसमें उन्होंने लिखा कि आज जौलीग्रांट हास्पिटल में मेरे स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए एक बडी महत्वपूर्ण संस्था भी आई, सीबीआई के दोस्त आये और उन्होंने मुझे एक नोटिस सर्व किया, तो मुझे बडा ताज्जुब हुआ। मैने कहा कि जिस दिन हास्पिटल में लोग स्वास्थ्य का हाल चाल पूछने आ रहे हैं तो सीबीआई को लगा होगा फिर कहीं की मुझसे, देश की अखण्डता, एकता, सुरक्षा और लोकतंत्र को कुछ ज्यादा खतरा है, इसलिए हास्पिटल में ही उन्होंने मुझे नोटिस सर्व किया है, वाह सीबीआई।
हरीश रावत ने जिस तरह से सीबीआई के नोटिस को लेकर अपनी पोस्ट सोशल मीडिया पर साझा की है उसे देखकर साफ लग रहा है कि अब कहीं न कहीं सीबीआई की जांच का दायरा आगे बढने लगा है और उसी के चलते अब स्टिंग प्रकरण का सोया भूत फिर जाग गया है?