देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री बच्चों से लेकर बुजुर्गों का दिल जीतने की जिस रफ्तार से तेजी के साथ आगे बढ चुके हैं वह उत्तराखण्डवासियों को खूब रास आ रहा है। मुख्यमंत्री ने सत्ता चलाने के लिए कभी भी अहंकार का सहारा नहीं लिया जिसके चलते वह उत्तराखण्ड से लेकर देश-विदेश में भी अपने हसमुख अंदाज से सबके दिलों पर राज करने का हुनर सीख चुके हैं। मुख्यमंत्री बच्चों के साथ बच्चों की तरह मिलते-जुलते हैं और बडे बुजुर्गों से मिलकर वह हमेशा उनके सामने हाथ जोडकर उनसे सरकार का फीडबैक लेते हैं कि सरकार कैसे चल रही है। नैनीताल में सुबह मुख्यमंत्री सडकों पर निकले और उन्होंने एक मैदान में जब बच्चों को क्रिकेट खेलते हुए देखा तो उन्हें अपना बचपना याद आ गया और वह बच्चों के बीच अपना बचपना लेकर पहुंचे और क्रिकेट खेल रहे नौनिहालों को उन्होंने क्रिकेट के गुर सिखाये। मुख्यमंत्री का नौनिहालों को लेकर दिखा निराला स्नेह बच्चों से लेकर बडों तक को खूब रास आया और यह बात भी उभरने लगी कि अगर राज्य का मुख्यमंत्री अपने आपको जनसेवक मानकर उनके बीच रहेगा तो उस राज्य का विकास तो होगा ही साथ में उन राजनेताओं को भी आईना दिखेगा जो सत्ता में रहकर अहंकार के समुद्र में गोते लगाते हैं।
नैनीताल(संवाददाता)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सादगी के साथ अपने चित परिचित अंदाज में नैनीताल की ठंडी सड़क समेत आसपास के क्षेत्र के भ्रमण पर निकल गए। इस दौरान मुख्यमंत्री डी एस ए खेल मैदान पहुंचे जहां उन्होंने बच्चों के साथ कुछ देर क्रिकेट खेला। क्रिकेट प्रेमियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से नैनीताल खेल मैदान की स्थिति को दुरुस्त करने और नैनीताल में खेल सुविधाओं को बढ़ाने का प्रस्ताव रखा जिस पर हामी भरते हुए मुख्यमंत्री ने कहा उनके पास खेलों की स्थिति को सुधारने के लिए प्रस्ताव आया है जिस पर अमल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब भी किसी जनपद में रात्रि विश्राम करते हैं तो वह सुबह मार्निंग वॉक पर अकेले निकल पडते हैं और वह रास्ते में मिलने वाले लोगों से सवाल करते हैं कि सरकार कैसे चल रही है। मुख्यमंत्री यह सवाल भी दागते हैं कि सरकारी विभागों में उनके काम आसानी से हो रहे हैं या नहीं? मुख्यमंत्री का यह अंदाज राज्यवासियों को खूब भा रहा है। आज सुबह जब वह नैनीताल की ठंडी सडक पर सुबह-सुबह धीमी-धीमी ठंड के बीच सडक पर निकले और उन्होंने वहां आते-जाते लोगों को हाथ जोडकर उनका हालचाल पूछा कि सरकार के कामकाज से वह संतुष्ट हैं या नहीं। मुख्यमंत्री ने राह चलती महिलाओं और बुजुर्गों से मिलकर काफी देर सीधी संवाद किया और उन्हें यह विश्वास दिलाया कि सरकार उनके साथ खडी है और राज्य को विकास की राह पर ले जाने के लिए आये दिन सरकार नई-नई योजनाओं पर काम कर रही है। आवाम ने अपने बीच मुख्यमंत्री को एक आम इंसान के रूप में पाया तो वह यह कहने से भी नहीं चूके कि आप ग्रेट हैं।
मुख्यमंत्री नैनी झील किनारे पहुंचे जहां उन्होंने चाय की चुस्कियां का आनंद लेते हुए स्थानीय लोगों से बातचीत करी और नैनीताल के हालातों पर चर्चा की। चाय के ठेले पर चाय की चुस्की लेने के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मुलाकात काशीपुर के कुछ पर्यटकों और उनके बच्चों से हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पर्यटकों से नैनीताल शहर के पर्यटन क्षेत्र के बारे में बातचीत करी और स्वयं पर्यटकों को चाय पिलाई। साथ ही सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों पर भी चर्चा करते हुए नैनीताल के लिए बेहतर काम किए जाने का सुझाव मांगा। नैनी झील किनारे और सार्वजनिक स्थान पर साफ सफाई कर रहे पर्यावरण मित्रों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल और उनकी समस्याओं को जानते हुए उनके मनोबल को भी बढ़ाया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों को उनकी सभी समस्याओं के जल्द से जल्द निस्तारण का आश्वासन दिया।