उत्तरकाशी (चिरंजीव सेमवाल)। गंगोत्री हाई-वे पर स्कूटी सवार दो युवकों को टक्कर मारकर मौत की नींद सुलाने वाला अज्ञात वाहन चालक को खोजना पुलिस के लिए एक बडी चुनौती बन गया था लेकिन पुलिस कप्तान ने युवकों की मौत का राज बेनकाब करने के लिए बडी रणनीति के तहत पुलिस टीमों को मैदान में उतारा और उन्हें सीसीटीवी कैमरों से लेकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करने का टास्क दिया था। कप्तान के आदेश पर पुलिस टीमों ने 18 घंटे के भीतर ही युवकों की मौत के गुनाहगार को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पूर्व रात्रि में बडेथी पोखू देवता के आगे मातली की ओर एक स्कूटी संख्या यूके1०ए-1526 के दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी, जिसमें मौके पर ही दो युवकों की मृत्यु हो गयी थी। पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर शवों को जिला अस्पताल लाकर पंचायतनामें की कार्रवाई की गयी, मृतक के पिता जयप्रकाश द्वारा कोतवाली पर अज्ञात वाहन चालक द्वारा स्कूटी को टक्कर मार कर मृत्यु कारित करने के सम्बन्ध में लिखित तहरीर दी गयी थी। तहरीर के आधार पर कोतवाली उत्तरकाशी में धारा 279/3०4ए/427 आईपीसी मे अभियोग पंजीकृत कर जांच प्रारम्भ की गयी।
पुलिस कप्तान अर्पण यदुवंशी द्वारा मामले की गम्भीरता को देखते हुये सी०ओ० अनुज कुमार को मामले का खुलासा कर अज्ञात फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के आदेश दिये थेे। सी०ओ० द्वारा स्वयं मामले की जांच-पड़ताल करते हुये घटनास्थल का मौका-मुआयना कर साक्ष्य एकत्र किये गये तथा आरोपी की तलाश/गिरफ्तारी के लिए कोतवाली पुलिस की अलग-अलग टीमें नियुक्त की गयी। पुलिस टीम द्वारा शहर तथा आस-पास के क्षेत्रों में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगालते हुये सुरागरसी-पतारसी कर एक ग्रे कलर की बोलेरो वाहन का प्रकरण में संलिप्त होना प्रकाश में आया। जिसकी तलाशी हेतु पुलिस टीमों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी गयी। अभियुक्त की तलाश करते हुये पुलिस टीम द्वारा देहरादून परेड ग्राउंड से संदिग्ध वाहन चालक शेर सिंह को दबिश देते हुये 18 घण्टे के अन्दर को गिरफ्तार कर लिया तथा मौके से वाहन को कब्जे मे लेकर सीज किया गया।
पुलिस कप्तान ने बताया कि 21 अक्टूबर की रात्रि के समय वह उक्त वाहन से मातली से अपने कमरे सैंज (घटनास्थल के पास) की ओर आ रहा था कि उसके वाहन की स्कूटी से टक्कर हो गयी, जिससे वह डर गया तथा वाहन को पोखू देवता मंदिर के पास से खंरवा जाने वाली रोड़ पर ले कर चला गया। बाद मे वह वाहन को कमरे मे लेकर आया तथा सुबह वह वाहन को ठीक करवाने के लिए देहरादून चला गया था। दो युवकों की मौत का राज जिस तरह से पुलिस ने बेनकाब करते हुए गुनाहगार को सलाखों के पीछे पहुंचाया है वह यह बताने के लिए काफी है कि पुष्कर राज में पुलिस कितनी संवेदनशील होकर काम कर रही है।