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डोईवाला। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला को पीपीपी मोड में दिए जाने के विरोध में उत्तराखंड क्रांति दल ने अपना प्रदर्शन और अधिक मुखर कर दिया है। उत्तराखंड क्रांति दल ने आज अस्पताल परिसर में जमकर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की। साथ ही मीडिया की टीम के साथ सभी मरीजों और सीएमएस को साथ में लेकर अल्ट्रासाउंड केंद्र का भी मौका मुआयना कर डाला।
उत्तराखंड क्रांति दल के तीखे तेवर देखकर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कुंवर सिंह भंडारी ने आश्वासन दिया कि 1० अप्रैल तक अल्ट्रासाउंड सुनिश्चित करा दी जाएगी। उत्तराखंड क्रांति दल ने इस पर चेतावनी दी कि यदि 1० अप्रैल तक रोज अल्ट्रासाउंड की सुविधा शुरू नहीं की गई तो फिर जनता के साथ उतर कर सड़कों पर जन आंदोलन किया जाएगा। उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि डोईवाला अस्पताल रेफरल सेंटर बनकर रह गया है और अस्पताल प्रशासन बाहर के डायग्नोस्टिक सेंटरों से मिलीभगत करके जानबूझकर अस्पताल प्रशासन की मशीनों को खराब हालत में रखा है। उत्तराखंड क्रांति दल के जिला अध्यक्ष केंद्र पाल सिंह तोपवाल ने कहा कि रिसेप्शन पर पर्ची बनाने वाले कर्मचारी से लेकर सिक्योरिटी गार्ड और अन्य वरिष्ठ कर्मचारियों और डॉक्टरों का भी व्यवहार मरीजों के साथ बेहद अशालीन है। यही कारण है कि अस्पताल की ओपीडी जहां पीपीपी मोड पर जाने से पहले प्रतिदिन 5०० से 6०० थी, वहीं अब ओपीडी घटकर मात्र 8० रह गई है।
उत्तराखंड क्रांति दल की केंद्रीय महामंत्री रेखा मिंया ने इस बात पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया कि अस्पताल प्रशासन के द्वारा मरीजों को जानबूझकर भ्रमित किया जाता है और उन्हें निजी जांच केंद्रों पर जांच कराने के लिए मजबूर किया जाता है। केंद्रीय संगठन सचिव राजेश्वरी रावत कहा कि अस्पताल प्रशासन जानबूझकर सप्ताह में सिर्फ एक बार अल्ट्रासाउंड की सुविधा प्रदान करता है, ताकि मरीजों को मजबूरन निजी केंद्रों से अल्ट्रासाउंड कराने के लिए मजबूर होना पड़े। इस दौरान कई मरीजों ने भी अपनी समस्याएं उत्तराखंड क्रांति दल के पदाधिकारियों और मीडिया के सामने रखी। केंद्रीय संगठन मंत्री संजय बहुगुणा ने बताया कि मुख्यमंत्री को पहले पीपीपी मोड समाप्त करने के संबंध में ज्ञापन दिया जा चुका है। यदि 15 दिन के अंतर्गत इस पर निर्णय नहीं लिया गया तो फिर आंदोलन छेड़ा जाएगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला पर धरना प्रदर्शन के दौरान यूकेडी नेता जोत सिंह गुसाईं, प्रमोद डोभाल, राकेश तोपवाल, आदि ने भी अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोश व्यक्त किया। धरना प्रदर्शन मे उत्तराखंड क्रांति दल के दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।