चमोली जिले में आई आपदा में जान-माल के नुकसान पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने दुख जताते हुए कहा कि सरकार और भाजपा संगठन आपदा प्रभावितों की मदद के लिए उनके साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है, जबकि प्रभावितों को खाद्य सामग्री पहुंचाने के साथ ही क्षेत्र में पानी, बिजली, सड़क समेत अन्य सुविधाएं बहाल करने को तेजी से प्रयास चल रहे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद बचाव एवं राहत कार्यों की कमान संभाले हुए हैं। भगत ने कहा कि वह अपना एक माह का वेतन भी आपदा राहत कोष में देंगे।
आपदा प्रभावित रैणी व तपोवन क्षेत्र का दौरा करने के बाद देहरादून लौटने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भगत ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि चिपको आंदोलन की भूमि रैणी गांव के नजदीक नंदादेवी पर्वत पर ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा और धौलीगंगा में उफान आया। आपदा से रैणी से लेकर तपोवन तक के क्षेत्र में जान-माल का नुकसान हुआ है।
युद्ध स्तर पर चल रहे हैं कार्य
उन्होंने कहा कि सेना, वायुसेना, नौसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस समेत अन्य एजेंसियां बचाव एवं राहत कार्यों में दिन-रात जुटी हुई हैं। भगत बोले, सरकार की पहली प्राथमिकता लापता व्यक्तियों की तलाश और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाना है। ये कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। रविवार को घटना की जानकारी मिलने के बाद से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दो बार क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। वह पूरे रेस्क्यू आपरेशन पर नजर रखे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी निरंतर सहयोग कर रही है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रति आभार जताया। प्रदेश अध्यक्ष भगत के मुताबिक भाजपा और भाजयुमो के कार्यकर्त्ता आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सेवा कार्यों में जुटे हैं।
तपोवन समेत अन्य स्थानों पर प्रभावितों को खाद्य सामग्री पहुंचाने में पार्टीजन योगदान दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए पानी, बिजली, सड़क सुविधाएं बहाल करने की दिशा में भी युद्धस्तर पर कार्य जारी है। यही नहीं, घटना के कारणों की जांच के लिए वैज्ञानिक अध्ययन में जुटे हैं।