धामी की लोकप्रियता का डंका

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देहरादून। उत्तराखण्ड की राजनीति में एक लम्बी लकीर खींचकर राज्यवासियों के दिलों में अपनी छाप छोडने वाले मुख्यमंत्री ने जिस अंदाज में सरकार चलाने का हुनर दिखा रखा है उसी का परिणाम है कि आज राज्य के अन्दर मुख्यमंत्री की लोकप्रियता का चारो तरफ डंका बज रहा है। मुख्यमंत्री की स्वच्छ राजनीति का ही परिणाम है कि जब भी उत्तराखण्ड में देश के प्रधानमंत्री को आने का न्यौता दिया गया तो उन्होंने उस न्यौते को तुरंत स्वीकार किया और उत्तराखण्ड की धरती पर आकर उन्होंने उत्तराखण्डवासियों को संदेश दिया कि डबल इंजन सरकार उत्तराखण्ड के विकास के लिए एक नई उडान पर है और यह दशक उत्तराखण्ड का होगा जहां हर तरफ विकास की एक नई पटकथा लिखी जायेगी। मुख्यमंत्री ने भाजपा हाईकमान की राजनीतिक पाठशाला में अपने आपको पहले पायदान पर लाकर यह साबित कर दिया है कि वह राज्य में एक सफल मुख्यमंत्री बन गये हैं जो स्वच्छता और पारदर्शिता के साथ सरकार चलाकर राज्यवासियों से किये गये हर वायदे को पूरा करने की दिशा में आगे बढते जा रहे हैं। यूसीसी से लेकर हर मामले में मुख्यमंत्री ने जो दबंगता के साथ बडे-बडे फैसले लिये उसी के चलते डेढ करोड से अधिक राज्यवासियों को यह इल्म हो चुका है कि मुख्यमंत्री के कार्यकाल में उत्तराखण्ड एक नई उडान पर उड चला है और उस उडान की कोई सीमा नहीं है।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जबसे सत्ता संभाली है तबसे वह सबको साथ लेकर चलने मे ही अपना विश्वास दिखा रहे हैं और आज के इस दौर में उनकी लोकप्रियता उत्तराखण्ड ही नहीं बल्कि देशभर में धमाल मचा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने शासनकाल में जिस तरह से बडे-बडे फैसले लेकर सबको चौकाया है उससे उनकी दिल्ली में भाजपा के दिग्गज राजनेताओं के सामने तो राजनीतिक कद उफान पर आया ही है साथ में वह देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ भाजपा हाईकमान की आंखो के तारे भी बन गये हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आज उत्तराखण्ड के चप्पे-चप्पे में बढता राजनीतिक वजूद भाजपा के ही कुछ राजनेताओं को दर्द दे रहा है और उसी के चलते वह उनकी आंखों मे इतनी तेजी के साथ खटकने लगे हैं कि वह पर्दे के पीछे रहकर साजिशों का चक्रव्यूह रचने मे कोई कसर नहीं छोड रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तो अपने शासनकाल मे सबका साथ सबका विश्वास की तर्ज पर ही सबको अपना बनाया है लेकिन भाजपा के ही कुछ राजनेताओं को यह भय सताने लगा है कि अगर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसी तरह से राज्यवासियों से लेकर भाजपा के दिग्गज राजनेताओं की आंखो के तारे बनते रहे तो उनकी भविष्य की राजनीति पर एक बडा ग्रहण लग जायेगा। उत्तराखण्ड मे विधानसभा चुनाव हो या फिर हाल ही में हुये लोकसभा चुनाव सबमे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का राजनीतिक रूतबा बुलंदियों पर दिखाई दिया है और उन्होंने अपने आक्रामक प्रचार से भाजपा के दिग्गज राजनेताओं के दिलों मे अपनी जो जगह बना ली है वह किसी से छिपी नहीं है और यही कारण है कि मुख्यमंत्री का सीधा विरोध करने का किसी भी राजनेता मे साहस नहीं है क्योंकि उन्हें इस बात का इल्म है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की गुडबुक मे देश के अन्दर पहले नम्बर पर आ चुके हैं। देश और विदेश मे मुख्यमंत्री ने अपनी सादगी की जो छाप छोडी है उससे वह विश्व मे भी एक बडे राजनेता के रूप मे उभर कर सामने आये हैं लेकिन उनका यह बढता कद भाजपा के ही कुछ दिग्गज नेताओं को रास नहीं आ रहा है। अभी एक एजेंसी ने देश में मुख्यमंत्रियों की प्रसिद्धि का जो सर्वे कराया उसमें उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को प्रसिद्धि के रूप मे दूसरे नम्बर पर आंका गया है और यही कारण है कि आज मुख्यमंत्री देश के अन्दर राजनीति के धुरंदर माने जाने लगे हैं। बडे-बडे फैसले लेकर उन्होंने अपनी जो धमक दिखाई है उससे माफियातंत्र डरा और सहमा हुआ है तो वहीं वह आवाम के दिलों मे अपनी इतनी बडी पैठ बना चुके हैं कि आवाम उन्हें हर दिन अभेद सत्ता मे बने रहने का आशीर्वाद दे रहा है और इस आशीर्वाद की बारिश मे सबसे ज्यादा मातृशक्ति आगे खडी हुई नजर आ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के अन्दर स्वच्छता के साथ सरकार चलाकर अपनी लोकप्रियता का एक बडा डंका बजाकर यह साबित कर दिया है कि राज्य सुरक्षित हाथो मे है।

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