निकाय चुनाव का केशरवाला के ग्रामीणों ने किया बहिष्कार

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देहरादून(संवाददाता)। नगर निगम देहरादून के चुनाव में केशरवाला के ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया और उन्होंने सड़क नहीं तो वोट के नारे के साथ चुनाव का बहिष्कार धरना प्रदर्शन करते हुए अपना विरोध दर्ज किया। यहां केशरवाला के ग्रामीण बड़ी संख्या में सूरत सिंह नेगी के नेतृत्व में इकटठा हुए और सड़क नहीं तो वोट नहीं के नारे के बीच प्राथमिक विद्यालय केशरवाला बूथ पर चुनाव का बहिष्कार किया और शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी के बीच प्रदर्शन कर धरना दिया।
इस अवसर पर स्थानीय निवासी सूरत सिंह नेगी ने कहा है कि लंबे समय क्षेत्र की मांग पुरजोर तरीके से उठाई जा रही थी लेकिन शासन प्रशासन को अवगत कराये जाने के बाद भी सड़क का निर्माण व मरम्मत नहीं किया गया जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है और आज इसलिए चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि यहां पर जो सड़क है वह टूटी फूटी है और सड़क पर बड़े बड़े पत्थर है जिससे कई लोग चोटिल हो गये है। उन्होंने बताया कि यहां पर सिंचाई की गूलों की मरम्मत एवं निर्माण भी नहीं किया गया है जिससे खेतों में सिंचाई करने के लिए ग्रामीणां को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि वहीं दूसरी ओर बरसाती नालों के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है ओर केशरवाला गांव को नगर निगम क्षेत्र से बाहर करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की इन समस्याओं का शीघ्र ही समाधान नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जायेगा।
वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी की सक्रियता से चुनाव बहिष्कार कर रहे ग्रामीणों को मनाने तहसीलदार सदर को भेजा लेकिन ग्रामीण नहीं माने और धरना प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम का भजन कर रहे है।
इस दौरान ग्रामीण सूरत सिंह नेगी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सपलीमेंट्री सूची में कुछ लोगों के नाम थे तो उन्हें जबरदस्ती बूथ पर लेकर मतदान कराया गया और उन्होंने कहा कि केशरवाला का कोई भी ग्रामीण मतदान करने नहीं गया। इस अवसर पर धरने व प्रदर्शन में केशरवाला के अनेकों ग्रामीण शामिल रहे।

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