देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड में निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों की एक लम्बी सूची जारी की थी और यह धमक दिखाई थी कि सभी स्टार प्रचारक आम जनमानस के मन में कमल खिलाने के लिए एब बडी अलख जायेंगे लेकिन छोटी सरकार बनाने को धामी ही एकमात्र स्टार प्रचारक के रूप में अपनी धमक दिखा सके। मुख्यमंत्री के रोड-शो और जनसभाओं में जो जनसैलाब उमडकर आ रहा था उसे देखकर साफ माना गया कि राज्य के अन्दर मुख्यमंत्री की आम जनमानस में वो धमक बन चुकी है कि वह जहां पर भी जायेंगे वहीं जनता का कारवां उनके साथ जुडता चला जायेगा। मुख्यमंत्री ने बारह दिनों में ताबडतोड रोड-शो और जनसभायें करके जहां पार्टी कार्यकर्ताओं के मन में अपने उम्मीदवारों को जितवाने के लिए एक बडा जोश भरा वहीं आम जनमानस को भी उन्होंने कमल खिलाने के लिए जो संदेश दिया वह संदेश जनमानस के दिमाग में उतर आया और छोटी सरकार की हुकुमत किसकी होगी यह तो आने वाला समय ही बतायेगा लेकिन मुख्यमंत्री को विश्वास है कि राज्य में ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने के लिए जनमानस कल मतदान केंद्रो पर उमडता हुआ नजर आयेगा।
उत्तराखण्ड के अन्दर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का राजनीतिक इकबाल इतना बुलंद हो रखा है कि उसकी कल्पना करना भी असम्भव नजर आता है। मुख्यमंत्री आज उत्तराखण्डवासियों के दिलों में जिस तरह से अपनी बडी घुसपैठ कर चुके हैं उससे विपक्ष और भाजपा के काफी नेता भी बेचैन नजर आने लगे हैं क्योंकि उन्हें अपनी राजनीति पर एक बडा ग्रहण लगता हुआ दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड को सजाने और संवारने के लिए राज्यवासियों से जो भी वायदे किये थे उसे वह धरातल पर उतारने के लिए दिन-रात एक किये हुये हैं। मुख्यमंत्री आज राज्य के अन्दर सत्ता की दहलीज पर वो सुपर स्टार बन चुके हैं जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उत्तराखण्ड में विधानसभा, लोकसभा और केदारनाथ सीट पर हुये उपचुनाव में कमल खिलाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा हाईकमान की राजनीतिक पाठशाला में अपने आपको अव्वल पायदान पर लाकर खडा कर रखा है और यही कारण है कि देश में कही पर भी होने वाले चुनाव में मुख्यमंत्री को स्टार प्रचारक के रूप में आगे किया जा रहा है। उत्तराखण्ड के अन्दर निकाय चुनाव का बिगुल बजा था तो उसके बाद भाजपा ने चालीस स्टार प्रचारकों की एक लम्बी सूची जारी की थी और ऐसी सम्भावना थी कि यह स्टार प्रचारक निकाय चुनाव में जज्बे का एक नया अध्याय लिखने के लिए आगे आयेंगे। हालांकि ऐसा किसी भी जनपद में देखने को नहीं मिला और निकाय चुनाव में सुस्त पडे भाजपा की प्रचार का आईना देखने के बाद मुख्यमंत्री ने प्रचार की कमान अपने हाथों में ली।
मुख्यमंत्री निकाय चुनाव में जब प्रचार की कमान संभालकर आगे बढे तो हर जनपद में उनके साथ आम जनमानस का कारवां सैलाब की तरह जुडता चला गया और जहां पर भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनसभा और रोड-शो करने के लिए आगे बढे वहां उन्होंने अपने आक्रामक प्रचार से विपक्ष को खूब ललकारा और आम जनमानस के मन में कमल खिलाने का उन्होंने जो संदेश दिया उससे आम जनमानस से लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के मन मे कमल खिलाने को लेकर एक नया जोश दिखाई दिया। हर उम्मीदवार की यही चाहत थी कि उनका प्रचार करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही आयें जिससे कि उनके पक्ष में बडा माहौल तैयार हो सके। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बारह दिनों के अल्प समय में ताबडतोड लगभग 52 चुनावी कार्यक्रम करके चुनाव अभियान में पार्टी कार्यकर्ताओं में एक नया जज्बा भर दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी जन सभाओं में आम जनमानस के सामने सरकार के विकास कार्यों से लेकर लैंड जिहाद, थूक जेहाद और यूसीसी जैसे मुद्दों को जबरदस्त अंदाज में जनता के सामने रखकर यह संदेश दिया कि उनकी सरकार दबंगता के साथ फैसले ले रही है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तरह निकाय चुनाव में भी मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान हुये भ्रष्टाचार, विकास कार्यों की अनदेखी और जन कल्याण के प्रति असंवेदनशीलता को जनता के सामने दमदार तरीके से रखा। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेताओं पर वोट बैंक, तुष्टिकरण और सनातन के विरोध की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए आम जनमानस में कमल खिलाने का जो माहौल बनाया है उससे भाजपा के दिग्गज नेताओं को यह विश्वास हो रहा है कि छोटी सरकार बनाने के लिए भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही सुपर स्टार की तरह चमकते हुए दिखाई दिये हैं।