देहरादून(संवाददाता)। 38वें राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य महकमे को भी अलर्ट मोड पर लाकर खडा कर दिया है और उन्होंने साफ किया है कि जरूरत पडने पर एंबुलेंस से लेकर हेली एंबुलेंस तक की व्यवस्था का खाका बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य महकमे के नोडल अफसरों की जिम्मेदारी भी बांटी है तो वहीं दून व हल्द्वानी के स्टेडियम में खिलाडियों के लिए विशेष व्यवस्था की रूपरेखा तैयार की गई है जिससे कि खिलाडियों को हर सुविधा मुहैया रहे। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खेलों की तैयारी को लेकर जो रूपरेखा तैयार की है उसमें सबसे अह्म रोल स्वास्थ्य महकमे का भी होगा। राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड सरकार का इकबाल देशभर के खिलाडियों को देखने को मिले इसके लिए मुख्यमंत्री ने अपनी टीम के साथ हर छोटे से बडे प्वाइंट पर काम करना शुरू कर रखा है जिससे कि राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड का नाम बुलंद हो सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि राष्ट्रीय खेल हमारे राज्य के लिए गौरव का क्षण है। खिलाडिय़ों और मेहमानों को उच्चतम स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। हर छोटी-बड़ी जरूरत का ध्यान रखा गया है। उन्होंने राष्ट्रीय खेल में उत्तराखण्ड की धमक बनाने के लिए एक बडे विजन के साथ इन खेलों को कराने का खाका बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 38 वें राष्ट्रीय खेल के दौरान खिलाडिय़ों और मेहमानों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए 141 टीमों का गठन किया गया है। 28 जनवरी से लेकर 14 फरवरी तक यह टीमें अलर्ट मोड में रहेंगी। इस दौरान जरूरत पडऩे पर एंबुलेंस से लेकर हेली एंबुलेंस तक की सुविधा तुरंत उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने बडे स्तर पर राष्ट्रीय खेलों की तैयारियां की हैं। वहीं स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार के अनुसार-राज्य स्तर पर राज्य नोडल अधिकारी, उप नोडल अधिकारी व सह नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। जनपद स्तर पर जिला नोडल अधिकारी मुख्य चिकित्साधिकारी और सह नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी बनाए गए हैं। एंबुलेंस हेतु जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि महाराणा प्रताप स्टेडियम, रायपुर, देहरादून के धनवन्तरी ब्लॉक में 1० बैडेड अस्पताल खिलाडिय़ों हेतु संचालित किया जाएगा। इसी तरह, आईजीआईसीएस स्टेडियम, गोला पार हल्द्वानी में दो बैडेट अस्पताल संचालित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खिलाडिय़ों के लिए पर्याप्त मात्रा में औषधियां, उपकरण क्रय किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने डॉ टम्टा कुमाऊं और डॉ नेगी गढ़वाल के नोडल अफसर बनाये गये हैं। वहीं स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार के अनुसार-डॉ० तरूण टम्टा, प्रमुख अधीक्षक, जिला चिकित्सालय, नैनीताल को कुमाऊं मंडल का नोडल अधिकारी नामित किया गया है। डॉ टम्टा ने स्पोट्र्स मेडिसन में शिक्षा प्राप्त की है। निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, गढ़वाल मंडल पौड़ी गढ़वाल के स्तर पर डॉ केएस नेगी को गढ़वाल मंडल का नोडल अधिकारी नामित किया गया है। नोडल अफसरों को स्थलीय निरीक्षण करने के लिए कहा गया है।
स्वास्थ्य सचिव ने विभाग की तैयारियों का लेखा जोखा बताते हुए कहा कि प्राइमरी हैल्थ केयर, सेकेंड्री हैल्थ केयर व टर्रसियरी हैल्थ केयर के नोडल अधिकारी और सह नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। सेकेंड्री हैल्थ केयर, जो जिला चिकित्सालय है, उनमें चिकित्सा विशेषज्ञ जैसे-न्यूरो, कार्डिक, हैड इंजरी एवं स्पाइन इंजरी को उक्त अवधियों में ऑन-कॉल (24Ó7) रखे गए हैं। वहीं प्रत्येक जिला चिकित्सालय में ०3 ऑन कॉल (24Ó7) एंबुलेंस मय आवश्यक औषधि सहित तैनात है। खेल स्पर्धा में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों के रहने के स्थान के निकटतम चिकित्सा ईकाईयों में ऑन-कॉल (24Ó7) टीमें तैनात की गई हैं। प्रत्येक जनपद में सूचीबद्ध चिकित्सालयों की व्यवस्था की गई है।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि प्रत्येक खेल व शिफ्ट में एक टीम बनाई गई है, जिसमें डॉक्टर-०1, नर्सिंग स्टॉफ-०2, फिजियोथेरेपिस्ट-०2(महिलाध्पुरुष) व वार्ड ब्वाय-०1 को टीम में रखा गया है और ०1 टीम को स्टैंड बाय रखा गया है। इसके अलावा सभी खेल स्थलों में ०1-एएलएस एंड ०1-बीएलएस एंबुलेंस की तैनाती चिकित्सकीय दल के साथ की गई है। ०1 बीएलएस एंबुलेंस को स्टैंड बाय रखा गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिला चिकित्सालय में ०3 ऑन-कॉल (24Ó7) एंबुलेंस मय आवश्यक औषधि सहित तैनात है। खेल स्पर्धा में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों के रहने के स्थान के निकटतम चिकित्सा इकाईयों में ऑन-कॉल (24Ó7) टीमें तैनात की गई है।
वहीं स्वास्थ्य महकमे में राष्ट्रीय खेलों के लिए 15० डॉक्टर, 3०० नर्सिंग स्टॉफ, 25 फिजियोथेरेपिस्ट, 3० फार्मासिस्ट व 5० वार्ड ब्वाय तैनात किए गए हैं और 115 एंबुलेंस राष्ट्रीय खेलों के दौरान तैनात रहेंगी। ये एंबुलेंस विभागीय और 1०8 सेवा की हैं। इसके अलावा 5 बैड एम्स ऋषिकेश के ट्रामा विभाग में दिनांक 28 जनवरी 2०25 से दिनांक 14 फरवरी 2०25 तक) रिजर्व रहेंगे। आवश्यकता पडऩे पर एयरलिफ्ट की सुविधा हेली एंबुलेंस के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं 5० चिकित्साधिकारियों को एम्स ऋषिकेश में कैपिसिटी बिल्डिंग हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। यह चिकित्साधिकारी समस्त जनपद के हैं।