शीतकालीन यात्रा को गुलजार करने आयेंगे मोदी!

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प्रमुख संवाददाता
देहरादून। देश के प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड से लगाव किसी से छुपा नहीं है और जब वह केदारनाथ की एक गुफा मे वहां ध्यान करने के लिए आये थे तो उससे केदारनाथ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में जिस तेजी के साथ वृद्धि होती चली गई उससे हर साल चारधाम यात्रा में एक नयापन देखने को मिलता आ रहा है और केदारनाथ में श्रद्धालुओं के आने का दिखता आ रहा तांता यह बताने के लिए काफी है कि देश-विदेश से श्रद्धालु प्रधानमंत्री के द्वारा सजाये सवारे जा रहे केदारघाटी को देखने के लिए हर साल बेताब दिखाई दे रहे हैं। अब उत्तराखण्ड सरकार ने पहली बार शीतकालीन यात्रा का आगाज किया है और इस यात्रा में अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को आने का न्यौता मुख्यमंत्री दे रहे हैं जिससे यात्रा में अब तक हजारों लोग भगवान के दर पर माथा टेकने के लिए पहुंच चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने देश के प्रधानमंत्री को शीतकालीन यात्रा मे आने का भी न्यौता दिया है जिससे यह सम्भावना प्रबल हो गई हैं कि उत्तराखण्ड में शीतकालीन यात्रा को गुलजार करने के लिए प्रधानमंत्री जरूर आयेंगे और उनके आने से शीतकालीन यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की जो भीड़ उमडेगी उसका अंदाजा लगाना अभी सम्भव नहीं है।
उल्लेखनीय है कि केदारनाथ घाटी मे जब वर्षों पूर्व आपदा आई थी तो उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सत्ता चला रहे मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ को सजाने संवारने और वहां राहत पहुंचाने का बडा मिशन शुरू किया था। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ को एक नया रूप देने का संकल्प लिया और उन्होंने वहां एक बडा विकास करने का जो दौर शुरू किया उसके चलते केदारघाटी में हो रहा विकास अलौकिक नजर आने लगा और उसमें चार चांद तब लग गये थे जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ मे आकर वहां एक गुुफा मे घंटो ध्यान लगाया था। केदारनाथ की गुफा में प्रधानमंत्री द्वारा ध्यान लगाये जाने के बाद उस गुफा को देखने के लिए भी लाखों श्रद्धालुओं में हमेशा एक लालसा देखने को मिली और यही कारण है कि हर साल चारधाम यात्रा में लाखों श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के लिए वहां पहुंचते हैं। केदारनाथ और बद्रीनाथ मे विकास कार्यों का आंकलन करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हमेशा वहां का दौरा करने के लिए निकल पडते हैं और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दोनो ड्रीम प्रोजेक्टों को अलौकिक बनाने के लिए मुख्यमंत्री वहां अपनी टीम के साथ निर्माण कार्यों की हो रही गुणवत्ता को परखने के लिए आगे खडे रहते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दोनो धामों मे निर्माण कार्य कर रही एजेंसियों के इंजीनियरों व कर्मचारियों का हौसला बढाने के लिए उनकी पीठ थपथपाते हुए हमेशा दिखाई देते रहे हैं। अब उत्तराखण्ड के अन्दर शीतकालीन यात्रा का शुभारंभ हो चुका है और इस शीतकालीन यात्रा को अलौकिक और भव्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने खुद मोर्चा संभाल रखा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शीतकालीन यात्रा मे आने के लिए देशभर के श्रद्धालुओं को अपना न्यौता दिया हुआ है और उनका कहना है कि शीतकालीन यात्रा मे आने वाले श्रद्धालुओं को सरकार हर सुविधा देगी और अफसरों को भी साफ संदेश दे रखा है कि शीतकालीन यात्रा मे आने वाले श्रद्धालुओं के रहने से लेकर खाने-पीने की सारी व्यवस्थायें चाक चौबंद होनी चाहिए और किसी भी श्रद्धालु के मन मे यह सवाल न पनपे की शीतकालीन यात्रा मे आकर उसे कोई पीडा हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शीतकालीन यात्रा को अलौकिक बनाने के लिए खुद वहां जाकर श्रद्धालुओं के साथ यात्रा को लेकर फीडबैक ले रहे हैं और वह श्रद्धालुओं के साथ एक आम इंसान की तरह मिलजुल रहे हैं तो उससे श्रद्धालुओं के मन मे भी एक नई उमंग देखने को मिल रही है कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक सरल इंसान हैं और वह शीतकालीन यात्रा को सफल बनाने के लिए हर वो व्यवस्था कर चुके हैं जिसकी चाहत श्रद्धालुओं में होती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने दिल्ली गये और वहां उन्होंने प्रधानमंत्री को 38वें नेशनल गेम्स का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया और इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री को शीतकालीन यात्रा मे आने का भी न्यौता दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का मानना है कि जिस तरह से केदारनाथ गुफा में ध्यान लगाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वहां आये थे तो उससे केदारनाथ मे आने वाले श्रद्धालुओं की हर साल तादाद दुगनी होती जा रही है और उन्हें उम्मीद है कि जब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शीतकालीन यात्रा में आयेंगे तो उससे शीतकालीन यात्रा को एक भव्य रूप मिलेगा और देश विदेश के श्रद्धालुओं में शीतकालीन यात्रा को लेकर एक उमंग दिखाई देगी कि यात्रा कितनी अलौकिक है।

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