देहरादून(संवाददाता)। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार और हिन्दू मंदिरों में हो रही तोडफ़ोड़ के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को जिलाधिकारी द्वारा ज्ञापन प्रेषित किया गया ,उपस्थित नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बांग्लादेश की सरकार पर पर्याप्त कूटनीतिक दबाव न बनाने का आरोप लगाते हुए केन्द्र सरकार का पुतला दहन भी किया। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार ने पर्याप्त प्रयास नहीं किये। अगर बांग्लादेश की सरकार नहीं मानती तो बांग्लादेश पर तत्कालआर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएं।
गोगी ने कहा कि कांग्रेस परिवार बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे बर्ताव से अत्यंत क्षोभ में है। कांग्रेस अपने निर्माण के समय से भारतीय उपमहाद्वीप में धर्मनिरपेक्षता और साम्प्रदायिक सौहार्द की सबसे प्रमुख पैरोकार रही है। साम्प्रदायिक शक्तियों के कृत्यों के कारण हुए देश के दुर्भाग्यपूर्ण बंटवारे के बाद जब देश में साम्प्रदायिक शक्तियों ने लोगों के मन में विद्वेष और घृणा भर रखी थी, कांग्रेस ने देश में सुशासन और धर्मनिपेक्ष शासन पर आधारित राजनीतिक व्यवस्था की स्थापना की जिसका देश को लाभ भी मिला। आज विश्व मे अनेक देशों में साम्प्रदायिक, कट्टरपंथी शक्तियां मजबूत हो रही हैं जिससे पूरी मानव सभ्यता को ही खतरा उत्पन्न हो गया है। हाल ही में बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो उत्पीडऩ की घटनाएं हुई हैं, वे इसी वैश्विक प्रवृत्ति को परिलक्षित करती हैं। बांग्लादेशी हिंदुओं के इस संकटकाल में कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार को अविलंब बांग्लादेश की सरकार, विश्व के प्रमुख देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर कूटनीतिक दबाव बनाकर बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे। उत्पीडऩकारी व्यवहार और उनके पूजास्थलों पर हो रही तोडफ़ोड़ के कृत्यों पर रोक लगाने हेतु निर्देशित करें। आवश्यकता पड़े तो सरकार बांग्लादेश की सरकार के विरुद्ध आर्थिक प्रतिबंध और अन्य कार्रवाई करने में संकोच न करे।