हरिद्वार/ देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखंड को भ्रष्टाचारियों से आजादी दिलाने के लिए मुख्यमंत्री ने संकल्प लिया हुआ है और उसी संकल्प पर वह आगे बढ़ते हुए हर भ्रष्टाचारी को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने के मिशन पर आगे बढते जा रहे है। मुख्यमंत्री ने विजिलेंस को साफ संदेश दे रखा है कि एक एक भ्रष्टाचार जेल की सलाखों के पीछे होना चाहिए। इसी के चलते राज्य में ऑपरेशन भ्रष्टाचारी चलाया जा रहा है और उसी ऑपरेशन में एक के बाद एक भ्रष्टाचारी फंसते जा रहे है। अब विजिलेंस की टीम ने रूडकी हरिद्वार में कार्यालय सहायक परिवहन के निरीक्षक को दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। हैरानी वाली बात है कि एक और मुख्यमंत्री उत्तराखंड को भ्रष्टाचार से आजाद कराने के लिए खुला संकल्प लिये हुए है तो वहीं भ्रष्टाचारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे है। भ्रष्टाचारी ने जब भूसे के ट्रक चालक से रिश्वत ली तो उसे विजिलेंस ने दबोच लिया और उसके बाद उसके दफ्तर और आवास पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार विजिलेंस की टीम ने सहायक परिवहन निरीक्षक नीरज कार्यालय सहायक परिवहन विभाग रुड़की हरिद्वार को दस हजार रूपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है विजिलेंस को टोल फ्री नंबर 1०64 पर शिकायत मिली थी जिसमें बताया गया था कि भूसे के ट्रक पंजाब से रुड़की आते हैं जिस पर परिवहन विभाग रुड़की हरिद्वार में नियुक्त सहायक परिवहन निरीक्षक नीरज द्वारा प्रति ट्रक अवैध रूप से ढाई हजार रुपए हर महीने के हिसाब से रूपये दस हजार की रिश्वत मांगी गई थी आज सतर्कता अधिष्ठान देहरादून की ट्रैप टीम ने सहायक परिवहन निरीक्षक नीरज कार्यालय सहायक परिवहन विभाग रुड़की हरिद्वार को रूपये दस हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। हैरानी वाली बात है कि पंजाब से भूसे क ट्रकों को एंट्री देने के नाम पर रिश्वत मांगी गई और अब जिस तरह से परिवहन विभाग के निरीक्षक को दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए पकडा गया है उससे समझा जा सकता है कि आज भी भ्रष्टाचारी भ्रष्टाचार के खेल में किस तरह से लीन हो रखे है।