प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री लम्बे अर्से से खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ अपना डंडा चलाने में कहीं चूक नहीं कर रहे हैं क्योंकि उनका साफ कहना है कि आवाम के स्वास्थ्य से खिलवाड करने वालों को किसी भी कीमत पर बक्शा नहीं जायेगा। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सचिव को मिलावटखोरो के खिलाफ बडी कार्यवाही करने के लिए मैदान में उतार रखा है। त्यौहारों के इस मौसम में मिलावटखोरों पर मुख्यमंत्री की पैनी नजर बनी हुई है और राज्य की सीमाओं पर बाहर से आने वाले पनीर, दूध और मावे पर विशेष नजर रखने के लिए खुद स्वास्थ्य सचिव आगे आ रखे हैं और उन्होंने अपनी टीमों को साफ संदेश दे रखा है कि कोई भी मिलावटखोर उत्तरासखण्ड के अन्दर अपने मनसूबों में कामयाब न हो पाये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वास्थ्य सचिव को आदेश दिये हैं कि त्यौहारों के दृष्टिगत मिलावटखोरी से बचाव के लिए सघन चैकिंग अभियान चलाया जाये और सीमाओं पर बाहर से आने वाले वाहनों की भी सघन चैकिंग की जाये जिससे कि कोई भी मिलावटखोर गाडियों में मिलावटखोरी का सामान लाने मे सफल न हो पाये। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सचिव से कहा है कि सीमाओं पर खाद्य पदार्थों की नियमित रूप से सैम्पलिंग की जाये और यह ध्यान रखा जाये कि पूर्व में जिस तरह से मिलावटखोर त्यौहारों के मौसम में नकली सामान लाने के प्रयास करते रहे हैं वह अपने प्रयास में तिनकाभर भी सफल न हो पायें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सख्ती का ही परिणाम है कि आज राज्य के अन्दर मिलावटखोरो के मन में सरकार का बडा डर बना हुआ है क्योंेिक मिलावटखोरो पर नकेल लगाने के लिए जो सख्त कानून बनाया जा चुका है उससे मिलावटखोर माफियाओं में एक बडा डर लम्बे अर्से से बना हुआ है।