देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड को एक नया उत्तराखण्ड बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री ने अपने तीन साल के कार्यकाल में विकास की जो नई परिभाषा लिखी है उससे उत्तराखण्डवासियों के मन में एक नई उमंग देखने को मिल रही है कि अब उत्तराखण्ड उनके सपनों का उत्तराखण्ड बनने की दिशा में तेजी के साथ आगे बढ़ चला है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक गजब की उडान भरी है और राज्य के सभी जिलों में सरकारी अस्पतालों में इलाज का जो बेहतर आईना आवाम को दिखाना शुरू किया है उससे राज्यवासियों को सरकारी अस्पतालों के इलाज पर अब अभेद भरोसा होता जा रहा है। मुख्यमंत्री और उनके स्वास्थ्य सचिव उत्तराखण्ड में स्वास्थ्य महकमे को जिस ऊंचाई पर ले जाने के लिए काम कर रहे हैं वह अलौकिक नजर आ रहा है और राज्य के हर जनपद में सरकारी अस्पतालों की सुरत और सीरत जिस अंदाज में मुख्यमंत्री ने बदल डाली है वह यह बताने के लिए काफी है कि मुख्यमंत्री बडे विजन के साथ सरकार चला रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने अपने तीन साल के कार्यकाल में राज्य के अन्दर दो मेडिकल कॉलेज की स्थापना कर युवा पीढी को जो सौगात दी है उससे युवा पीढी गदगद नजर आ रही है और अब अल्मोडा के बाद हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का भी आगाज हो गया है और मुख्यमंत्री की मेडिकल कॉलेजों को लेकर दिखाई दे रही नई उडान अब उत्तराखण्ड की तस्वीर बदलती हुई नजर आ रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का साफ कहना है कि उनकी सरकार नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के जरिए जहां स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार कर रही है, वहीं इससे मेधावी छात्रों को भी अपने प्रदेश में ही मेडिकल की पढ़ाई सस्ती दरों पर करने का मौका मिलेगा। हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए जल्द पहले बैच की काउंसिलिंग शुरू होगी, जल्द ही पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा करते हुए जरूरी मान्यता दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के तीन साल के कार्यकाल के दौरान, उत्तराखण्ड में दो नए मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं। धामी सरकार के कार्यकाल के दौरान 2०22 में अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुका है, और अब इसी सत्र से हरिद्वार मेडिकल कॉलेज भी शुरू होने जा रहा है। दोनों जगह की कुल 2०० नई सीटें जुडऩे से उत्तराखण्ड में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में मेडिकल सीटों की संख्या बढ़कर 625 हो गई है। पुष्कर सिंह धामी सरकार के कार्यभार ग्रहण करने से पहले प्रदेश में श्रीनगर, देहरादून और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज ही संचालित हो रहे थे। हालांकि तब तक अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज और हरिद्वार मेडिकल कॉलेज पर भी काम शुरू हो चुका था। कार्यभार ग्रहण करने के तत्काल बाद प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ ही एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाने के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन दोनों मेडिकल कॉलेजों को प्राथमिकता पर शुरू करने के निर्देश दिए। जिसके बाद दोनों मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर पूरा किया गया। जिसमें से अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज का निर्माण पहले पूरा होने पर यहां 2०22 से ही मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो चुकी है। अब इसी क्रम में हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण कार्य पूरा होने से इसी शैक्षिक सत्र से यहां भी एमबीबीएस की 1०० सीटों पर प्रवेश का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री ने मेधावी छात्रों को मौका दिया है और केंद्र सरकार ने हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए 1०० मौजूदा शैक्षिक सत्र 2०24-25 के लिए 1०० सीटें मंजूर कर दी हैं। इसके लिए अब काउंसिलिंग शुरू की जा रही है। इससे प्रदेश के और अधिक बच्चों को एमबीबीएस करने का मौका मिलेगा।