विकासनगर सीट से नेगी का चुनाव लड़ना मतलब भाजपा कांग्रेस के लिये मुश्किल बढ़ना!
विकासनगर(राहुल बहल)। पिछले तीन दशक से समाज सेवा में जुटे जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी जनता के लिए मसीहा और भ्रष्टाचारियों के लिए काल बने हुए हैं। यही कारण है कि क्या शासन और क्या प्रशासन सब उनसे थोड़ा बचकर ही चलते हैं। राजनीति से ऊपर उठ कर जन सरोकार के लिए सिस्टम से लड़ने वाले रघुनाथ सिंह नेगी सच्चे जन सेवक की परिभाषा को हमेशा ही चरितार्थ करते रहे हैं। प्रदेश के हित और अहित सहित आम जन मानस से जुड़े तमाम मुद्दों को रघुनाथ सिंह नेगी उठाते रहे हैं, जिसके लिए उनका कई बार सरकार से टकराव भी हुआ है। इसके साथ ही वह प्रदेश से जुड़े जन हित के कई मामलों में इंसाफ के लिए न्यायालय की सीढ़ियां भी चढ़े हैं। अपनी इस तरह की छवि और गांधीवादी विचारधारा के लिए ही वह जनता के बीच जाने जाते हैं, हालांकि उनको भी जनता के चक्कर में सिस्टम से भीड़ने का खामियाजा कई बार उठाना पड़ा। उनके विरुद्ध षड्यंत्र किए गए, उन पर भी आरोप लगे, उनको सवालों के कटघरे में भी खड़ा किया गया, लेकिन हर बार उन्होंने मुश्किल हालातों का डट कर सामना किया और पूर्व सरकारों की ओर से किए गए हर प्रपंच एवं जांच पड़ताल में उनकी ईमानदार छवि सामने आई। इतना ही नहीं उच्च न्यायालय की जाँच में भी उन्हे क्लीन चिट मिल चुकी है।
यह उनके काम करने का तरीका ही है, कि वर्तमान में वह विकासनगर में गरीब, मजलूम लोगों की आवाज बन गए हैं। जिससे उनकी लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है और अपार जनसमूह उनके साथ जुड़ता चला जा रहा है। देखा जा रहा है उनके एक इशारे पर कहीं भी भारी जन समर्थन उमड़ पड़ता है। खबर मिली है कि उनको मिल रहे जन समर्थन को देखते हुए उनके समर्थक उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर 2027 का विधानसभा चुनाव विकासनगर सीट से लड़ने के लिये कह रहे हैं, हालांकि रघुनाथ सिंह नेगी का चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है और वह इस विषय पर अब तक हामी नहीं भर रहे हैं, लेकिन उनके संगठन के वरिष्ठ साथी उन पर चुनाव लड़ने का दबाव बना रहे हैं। अब रघुनाथ सिंह नेगी विधानसभा चुनाव लड़ने का बिगुल कब फूंकते हैं, यह देखने वाली बात होगी, लेकिन जिस तरह की तेजी और अंदाज इन दिनों गांव, देहात में जन मुद्दों को लेकर उनका दिख रहा है, वह इशारा कर रहा है कि उनके मन में कुछ तो चल रहा है, हालांकि अभी विधान सभा चुनाव दूर हैं, और इतना जल्दी इस विषय पर बात करना ठीक भी नहीं, लेकिन जिस दिन से रघुनाथ सिंह नेगी अपने इस नए अंदाज के साथ जनता के बीच उतरे हैं, उस दिन से क्षेत्र में उनके विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं गरम हैं। जिससे भाजपा कांग्रेस के खेमे में भी बेचौनी बढ़ना शुरू हो गई है। ये निश्चित है कि अगर रघुनाथ सिंह नेगी 2027 का विधानसभा चुनाव लड़ते हैं, तो विकासनगर में चुनावी समीकरण बदल जायेंगे और किसी भी स्थिति में भाजपा कांग्रेस के लिए चुनाव आसान नहीं होगा। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि हर वर्ग विशेष में वे काफी लोकप्रिय हैं। जनता के समक्ष वह सशक्त विकल्प के रूप में तेजी से उभर रहे हैं। कहीं न कहीं विपक्षी भी दबी जुबान से इस बात को स्वीकार कर रहे हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल यह कि क्या विकासनगर की जनता रघुनाथ सिंह नेगी को विधायक के रूप में अपना मुखिया स्वीकार करेगी ? क्योंकि अब तक तो वह जनता के समक्ष जन सेवक की भूमिका में ही थे। ऐसे में उनके लिए मुख्य राजनीति में आना आसान नहीं होगा। सवाल यह भी है कि चुनाव लड़ने के लिए आवश्यक धन बल वह कहां से जुटायेंगे?