देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री ने जबसे सत्ता संभाली है तबसे वह राज्य के सभी जिलों में बार-बार डेरा डालते हैं और हर बार वह विकास की नई पटकथा लिखने के लिए वहां आवाम के बीच जाने से गुरेज नहीं करते। उत्तराखण्ड से लेकर विदेश की धरती पर मुख्यमंत्री ने अपनी स्वच्छ राजनीति का जो डंका बजाया है उसे देखकर हर तरफ एक ही आवाज सुनने को मिल रही है कि धामी जैसा कोई नहीं। उत्तराखण्ड के विकास को नई दिशा देने के लिए मुख्यमंत्री कभी भी चैन से नहीं बैठे और वह राज्य को नया रूप देने के लिए मोदी टीम से एक के बाद एक विकास की जो नई-नई योजनायें लाकर उसे धरातल पर उतारने के एजेंडे पर आगे बडे हुये हैं उसे देखकर राज्यवासी खूब गदगद नजर आ रहे हैं और वह अब यह कहने से भी नहीं चूक रहे हैं कि धामी तुम थकते क्यों नहीं…।
उत्तराखण्ड को कभी एक जुनून वाला राजनेता मुख्यमंत्री के रूप में मिल पायेगा इसको लेकर राज्य बनने के बाद से ही एक बडी बहस चलती हुई दिखाई देती रही। आम जनमानस के मन में हमेशा यह सवाल तैरते थे कि जिस उद्देश्य से उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण हुआ है वह तो कभी पूरा ही नहीं हो पाया और न ही शहीद आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखण्ड बन पाया। उत्तराखण्ड के अन्दर हमेशा एक बडी बहस चलती रही कि राज्य के विकास के लिए उन्होंने जब-जब मुख्यमंत्री बनाया तो अधिकांश मुख्यमंत्री राज्य के विकास को नई दिशा देने के बजाए अपनी कुर्सी बचाने के एजेंडे पर ही हमेशा आगे बढते चले गये जिससे राज्य के अन्दर भ्रष्टाचार और घोटालों का काला साया कभी भी राज्यवासियों का पीछा नहीं छोड पाया था। उत्तराखण्ड में आंदोलनकारियों के मन में हमेशा एक टीस रहती थी कि उनके सपनों का उत्तराखण्ड आखिर कब और कैसे बन पायेगा? उत्तराखण्ड की सियासत का आईना गवाह है कि अधिकांश पूर्व मुख्यमंत्री कभी भी राज्यवासियों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाये थे। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब उत्तराखण्ड को एक नया उत्तराखण्ड बनाने के लिए युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी का मुख्यमंत्री के रूप में चयन किया था तो उसी के बाद से ही यह तस्वीर साफ हो रही थी कि पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड को एक नया उत्तराखण्ड बनाने की दिशा में इतनी तेजी के साथ आगे बढ़ेगे कि उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। आवाम का यह सोचना सच साबित होता चला गया क्योंकि मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड को एक नई उडान पर ले जाने के लिए जिस विजन के साथ विकास की नई परिभाषा लिखने का सिलसिला शुरू किया वह आवाम को अलौकिक ही नजर आने लगा था। मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी ने संकल्प लिया था कि वह देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों का उत्तराखण्ड बनाने में कोई कसर नहीं छोडेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी को राज्य की जनता दिल अजीज मुख्यमंत्री मानकर उनसे एक बडी उम्मीद बना चुकी है कि वही उत्तराखण्ड को एक नई उडान पर ले जाने के लिए आगे खडे रहेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अभेद विश्वास दिखाते हैं और वह बार-बार यह भी संदेश देते रहे हैं कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी राज्य को विकास की नई उडान पर ले जा रहे हैं और उनके नेतृत्व में उत्तराखण्ड तेजी के साथ बदलता जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए पुष्कर सिंह धामी ने गढवाल व कुमांऊ में विकास की नई पटकथा लिखने के लिए जिस विजन के साथ अपने अफसरों को मैदान में उतार रखा है उससे आज उत्तराखण्ड एक नई उडान भरता हुआ दिखाई दे रहा है। उत्तराखण्ड की जनता का भी मानना है कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी ऐसे मुख्यमंत्री बन गये हैं जो रात-दिन उत्तराखण्ड को एक नये रूप में लाने के लिए चैन से नहीं बैठ रहे हैं। और तो और अब राज्य की जनता भी यह सवाल दागने लगी है कि मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी आप आखिर थकते क्यों नहीं….।