देहरादून। राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ. कलाचंद सैन ने शिष्टाचार मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल को हिमालयी क्षेत्रों में आने वाली चुनौतियों और उसके समाधान के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि हिमालय विज्ञान एक व्यापक क्षेत्र है, हिमालय पर्वत श्रृंखला के पर्यावरण, पारिस्थितिकी, भूविज्ञान एवं जल विज्ञान का शोध एवं अध्ययन करना जरूरी है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में हिमालयी क्षेत्र के अध्ययन, शोध एवं अनुसंधान और हिमालयी क्षेत्र की चुनौतियों के लिए हिमालयन केंद्रीय विश्वविद्यालय नितांत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय को खोले जाने का मकसद है हिमालयी क्षेत्र की प्राकृतिक आपदाओं और चुनौतियों का समाधान ढूंढा जाना है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय न केवल उत्तराखण्ड को अपना सहयोग देगा बल्कि पूरे हिमालयी क्षेत्र के राज्य सहित अनेक देश भी इससे लाभान्वित होंगे। राज्यपाल ने कहा की उत्तराखण्ड विषम भौगोलिक परिस्थितियों और समय-समय पर प्राकृतिक आपदाओं के लिए बेहद संवेदनशील राज्य है, इस तरह के विश्वविद्यालय अस्तित्व में आने से इन चुनौतियों के समाधान निकलेंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनके द्वारा केंद्र सरकार में पूर्व में पत्राचार किया गया है, इस सुझाव को एक बार दोबारा प्रेषित किया जाएगा। उन्होंने डॉ. सैन को विस्तृत अध्ययन और प्रस्ताव तैयार करने को कहा।