नैनीताल। पुलिस कप्तान ने एक महिला की निर्मम हत्या करने वाले गुनाहगारों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाने का आदेश दिया तो पुलिस ने हत्यारे को खोजने के लिए अपनी समूचा तंत्र लगाकर मात्र चौबीस घंटे के भीतर ही हत्या करने वाले गुनाहगार को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। हत्याकांड करने वाली पुलिस टीम की कप्तान ने पीठ थपथपाई है।
आज मीडिया से रूबरू होते हुए पुलिस कप्तान ने बताया कि बारह अगस्त को कुल्यालपुरा निवासी कालीचरन ने पुलिस मे आकर शिकायत की कि वह अपने काम से बाजार गया था तो 11:42 मिनट पर उसके किरायेदार विनोद कुमार का उसके पास फोन आया और उसने बताया कि लाला जी जल्दी घर आ जाओ आपकी पत्नी को किसी ने चाकू मार दिया है। पुलिस कप्तान ने बताया कि लाला ने जब चाकू मारने वाले के बारे मे पूछा था कि किसने मारा तो विनोद ने बताया कि जो उनके यहाँ ताला लगाने आया था। इसके बाद वह घर आया और अपने घर पहुँचा तो उसने देखा कि उसकी पत्नी कुसुम गुप्ता घर के अन्दर फर्श में लहुलुहान अवस्था में पड़ी हुई थी और उसकी सांस चल रही थी। पत्नी से पूछने पर अपने पति को बताया कि तुम्हारा भतीजा गौरव गुप्ता (गोपू) आया था उसने मुझे चाकू मारे हैं इसके बाद मैं आस-पड़ोस वालों की मदद से अपनी पत्नी कुसुम गुप्ता को कृष्णा हॉस्पिटल ले गया। जहाँ डाक्टर ने उपचार के दौरान मृत घोषित कर दिया था। पुलिस कप्तान ने बताया कि कालीचरन ने पुलिस को बताया था कि उसकी पत्नी कुसुम गुप्ता उम्र लगभग 5० वर्ष को उसके भतीजे गौरव गुप्ता (गोपू) ने चाकू मारकर निर्मम हत्या कर दी है। पुलिस कप्तान ने बताया कि गौरव गुप्ता के खिलाफ मुकदमा लिखकर उसकी तलाश शुरू की गई। पुलिस कप्तान प्रहलाद मीणा ने बताया कि हत्यारे को दबोचने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया और उसे सीसीटीवी से लेकर आसपास के लोगों से जानकारी उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने हत्यारे को पकडने के लिए जाल बिछाया और उसी के चलते हत्यारे गौरव गुप्ता को कैंसर अस्पताल तिराहा से 1०० मीटर आगे लाईफ लाईन तिराहा रोड रूद्राक्ष वाटिका के पास हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया गया।