दिल्ली मे भाजपा के दिग्गज नेताओं ने सफल रेस्क्यू पर सीएम की थपथपाई पीठ
देहरादून(संवाददाता)। उत्तरकाशी के सिलक्यारा मे टनल टूटने से उसमे फंसे 47 मजदूरांे का जीवन बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने खुद कमान अपने हाथों मे ली थी और उन्होंने देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से टनल मे बडा ऑपरेशन चलाने के लिए बडी-बडी एजेंसियों को सिलक्यारा मे बुलाने मे जो सफलता हासिल की थी उसी के चलते उनका राजनीतिक कद देश-विदेश के लोगों ने देख लिया था। मुख्यमंत्री ने रात-दिन उत्तरकाशी मे डेरा डालकर अपनी देखरेख मे बडा ऑपरेशन चलाकर सभी मजदूरों को सकुशल बचाकर यह संदेश दे दिया था कि वह हर आपदा की धडी में सबके लिए संकटमोचन बनकर उनके साथ खडे रहेंगे। इस ऑपरेशन की सफलता पर देश-विदेश मे मुख्यमंत्री के नाम का खूब डंका बजा था। वहीं केदारनाथ यात्रा पर आये हजारों श्रद्धालु जब रूद्रप्रयाग मे रास्ते टूटने के कारण जगह-जगह फंस गये तो इस मौसम मे भी मुख्यमंत्री ने उन्हें तसल्ली देने के लिए खुद रूद्रप्रयाग का रूख किया था और उन्होंने यात्रा पर आये एक-एक श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर उन्हें जीवनदान देने के लिए समूची ताकत झोंक दी थी और प्रधानमंत्री ने भी केदारनाथ मे फंसे श्रद्धालुओं को बचाने के लिए सेना को मौके पर रवाना किया था। मुख्यमंत्री की देखरेख मे चले रेस्क्यू ऑपरेशन मे एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित बचाकर उन्हें मुख्यमंत्री ने अपने सीने से लगाया और देश-विदेश के करोडो लोगों को संदेश दिया था कि उत्तराखण्ड मे होने वाली हर यात्रा मे श्रद्धालुओं को हमेशा सुगम और सुरक्षित यात्रा कराना उनका पहला धर्म है और उनके इस सफल ऑपरेशन पर भाजपा के दिग्गज नेताओं ने भी मुख्यमंत्री की खूब पीठ थपथपाई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों पूर्व बारिश से केदारनाथ मे जगह-जगह रास्ते अवरूद्व होने के कारण वहां हजारों श्रद्धालु संकट मे फंस गये तो श्रद्धालुओं के लिए संकटमोचन बनकर रूद्रप्रयाग पहुंचे मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को वचन दिया था कि वह एक-एक श्रद्धालु को रेस्क्यू कर बचायेंगे और अपने वचन को उन्होंने पूरा करने के लिए खुद केदारनाथ मे चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर पल-पल नजर रखी हुई है और सुबह जैसे ही मौसम साफ हुआ तो केदारघाटी मे बडा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और उसके बाद उन्हें सुरक्षित बचाकर उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। सैकडों श्रद्धालुओं को जब एयरलिफ्ट कराया जा रहा था तो श्रद्धालु एक स्वर मे बोल रहे थे कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने उन्हें रेस्क्यू कराकर अपना वचन निभाया कि राज्य मे जो भी श्रद्धालु यात्रा पर आयेगा उसे सुगम और सुरक्षित यात्रा कराई जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक-एक श्रद्धालु को खोज निकालने के लिए स्निफर डॉग की मदद से भी सर्च अभियान चलाया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पल-पल केदारनाथ घाटी मे चलाये जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अपनी नजरें लगाई हुई थी और उसी का परिणाम था कि आकाश से लेकर सडक तक पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ ने गजब का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था। केदारनाथ मे चलाये गये सफल रेस्क्यू ऑपरेशन पर उत्तराखण्ड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने भी मुख्यमंत्री की जमकर तारीफ की कि उन्होंने अपनी देखरेख मे सफलता के साथ जो रेस्क्यू ऑपरेशन बचाव के लिए चलाया उससे देश-विदेश के करोडो लोगों के मन मे पुष्कर सरकार को लेकर एक बडी आस्था भी बनी है। वहीं दिल्ली मे भाजपा के दिग्गज नेताओं ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा चलाये गये रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर उनकी पीठ थपथपाई है।