धामी से उम्मीदों की आस मे बंधता आवाम

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प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड मे मुख्यमंत्री ने सरकार चलाने के लिए पारदर्शी संस्कृति को अपनाये हुये हैं और उनकी यह पारदर्शी संस्कृति राज्यवासियों को खूब रास आ रही है। मुख्यमंत्री ने आवाम के मन मे उम्मीदों की वो आस पैदा कर दी है जिसमे वह सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री से आस लगाये हुये है कि वह उनके हर दुख दर्द को दूर करने के लिए उनके साथ खडे रहेंगे। आज के इस दौर मे युवा मुख्यमंत्री ने आपदा की इस घडी मे पीडितों के साथ खडे होकर उन्हें विश्वास दिलाया है कि सरकार उनके साथ खडी है और उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पडेगा। गढवाल व कुमांऊ मे जब भी आवाम की समस्याओं को सुनने के लिए मुख्यमंत्री उन्हें अपने यहां बुलाते हैं तो आवाम भी धामी मे उम्मीदों की आस मे बंधकर उन्हें अपने मन की व्यस्था सुनाने के लिए आगे आ जाता है। मुख्यमंत्री ने नैनीताल काठगोदाम के सर्किट हाउस मे आवाम की समस्याओं को सुनने के लिए उनके बीच आये और उन्होंने वहां आये लोगों से मुलाकात की और उनकी हर समस्या को उनके पास जाकर सुना और उनकी समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने के लिए अधिकारियों को आदेश दिये। मुख्यमंत्री ने आवाम को साफ संदेश दिया कि सुशासन और पारदर्शी कार्य संस्कृति के माध्यम से जन समस्याओं के समाधान के लिए उनकी सरकार सत्त क्रियाशील है। अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर आवाम को यह विश्वास हो चला कि वही उनके रक्षक हैं।

सीएम साहब आप ही मेरी उम्मीद
उत्तराखण्ड का आवाम अब यह अहसास कर चुका है कि वह अपनी व्यथा जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने रखेंगे तो उनकी व्यथा सुनकर उसका हल निकालने के लिए वह तत्काल अफसरांे को आदेश दे देंगे। काठगोदाम के सर्किट हाउस मे मुख्यमंत्री से मिलने आई एक महिला ने अपनी व्यथा के पन्ने मुख्यमंत्री को सौंपे और उनसे एक ही बात कही कि सीएम साहब मुझे सिर्फ आपसे ही उम्मीद है और मुझे यकीन है कि आप मेरी उम्मीद को जिंदा रखते हुए मुझे न्याय दिलाने के लिए आगे आयेंगे। महिला ने जिस उम्मीद के साथ मुख्यमंत्री को अपनी दास्ता के पन्ने पकडाये उन पन्नों को मुख्यमंत्री ने खुद ध्यान से देखा और पढ़ा और न्याय की उम्मीद मे आई महिला को विश्वास दिलाया कि वह जिस उम्मीद के साथ उनके पास आई है उनकी उम्मीद जरूर पूरी होगी।

सर… एक सैल्फी हो जाये
आवाम के लिए मुख्यमंत्री उम्मीदों की वो किरण बन चुके हैं जिसके प्रकाश मे रहने के लिए राज्य के लोग हमेशा अगली पक्ति मे खडे हुये दिखाई दे रहे हैं। युवा मुख्यमंत्री और राज्य की जनता के दिलो की धडकन बन चुके हैं और बच्चे से लेकर बडे-बूढे भी मुख्यमंत्री की एक झलक पाकर उनके करीब आने की चाह मे हमेशा आगे बढते दिखाई दे रहे हैं और आवाम की इस उम्मीद को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बडे पंख लगा दिये हैं और आवाम के लिए मुख्यमंत्री इतनी सादगी दिखा रहे हैं कि अगर कोई भी उनके पास जाकर उनके साथ सैल्फी लेने का मन बनाता है तो उसकी उम्मीद को मुख्यमंत्री पंख लगा देते हैं। आज जब सर्किट हाउस मे आवाम मुख्यमंत्री से मिलने के लिए गया हुआ था तो वहां अपनी समस्यायें लेकर आये लोगों ने मुख्यमंत्री की उदारता और सादगी की एक बार फिर दर्शन किये तो वह उनके साथ सैल्फी लेने से अपने आपको रोक नहीं पाये और उन्होंने एक स्वर मे कह दिया कि सर एक सैल्फी हो जाये और मुख्यमंत्री ने भी सबका मान रखते हुए उनके साथ सैल्फी मे अपने आपको भी बांध दिया।

आवाम के बीच जननायक की धूम
उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आवाम के लिए हर समय समर्पण भाव से खडे हुये नजर आ रहे हैं और आवाम की उम्मीदों को पंख लगाने के लिए उन्होंने कभी भी अपने आपको पीछे नहीं रखा। मुख्यमंत्री पहले ऐसे राजनेता बन गये हैं जो मौके पर ही आवाम को न्याय देने के लिए तिनकाभर भी देर नहीं लगाते और ऐसा ही दृश्य आज काठगोदाम के सर्किट हाउस मे उस समय देखने को मिला जब कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री को अपनी समस्या से रूबरू होते हुए अपना पत्र उन्हें सौंपा तो मुख्यमंत्री ने भी उस पत्र पर तत्काल कार्यवाही करने के लिए अपना आदेश उस पर लिख दिया। मुख्यमंत्री के इस एक्शन को देखकर वहां खडे लोग एक बार फिर उनके कायल हो गये।

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