रूद्रप्रयाग। केदारनाथ मे चल रही यात्रा मे आये हजारो श्रद्धालु अतिवृष्टि के चलते काफी जगहों पर मार्ग अवरूद्व होने के कारण वहां फस गये और उन्हें इस संकट से उभारने के लिए मुख्यमंत्री को खुद रूद्रप्रयाग मे जाकर मोर्चा संभालना पडा तो वहीं वहां के डीएम व पुलिस कप्तान ने शुरूआती दिन से ही श्रद्धालुओं को बचाने का ऑपरेशन शुरू किया तो वहीं उनके ठहरने से लेकर खाने की व्यवस्था के लिए वह आगे आये। सीएम के अफसरों ने श्रद्धालुओं को बचाने का जो निडरता के साथ हौसला दिखाया और एक-एक श्रद्धालु को बचाने के लिए उन्होंने संकल्प लिया उसके चलते अलग-अलग रास्तों मे फसे श्रद्धालुओं के मन मे तिनकाभर भी कोई डर देखने को नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने बचाव व राहत कार्य के लिए जो बडा प्लान तैयार किया उसके चलते जिला प्रशासन व बचाव कार्य मे लगी एजेंसियों के बीच आपसी तालमेल बनाये रखने का खुला संदेश दिया था जिसके चलते रूद्रप्रयाग से श्रद्धालुओं को आकाश से लेकर पैदल मार्ग तक बचाने का बडा रेस्क्यू ऑपरेशन डीएम व पुलिस कप्तान की देखरेख मे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ चला रही हैं। आज सुबह ही डीएम व पुलिस कप्तान ने सोनप्रयाग व शेरसी मे श्रद्धालुओं को बचाने के लिए एक बार फिर मोर्चा संभाला और उसके बाद वहां से एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित निकालने का खतरनाक रेस्क्यू ऑपरेशन फिर अंजाम तक पहुंचाने का सिलसिला शुरू हुआ जिस पर मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू ऑपरेशन मे लगी टीम का हौसला बढाया।
गौरतलब है कि 31 जुलाई (बुधवार) की रात्रि को केदारनाथ धाम को जाने वाला पैदल मार्ग का अतिवृष्टि के चलते कई जगहों पर क्षतिग्रस्त होने के कारण विभिन्न स्थानों पर फसे हुए यात्रियों व स्थानीय निवासियों को सुरक्षित निकाले जाने के लिए तीसरे दिन भी रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। वहीं आज प्रात: काल से रेस्क्यू कार्य को पुन: प्रारम्भ किया गया है। चलाये जा रहे रेस्क्यू अभियान में मौसम भी बाधक बन रहा है। देर रात्रि को हुई बारिश के कारण और आज सुबह से केदारघाटी में कोहरा (फौग) लगने हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य करने में कुछ देरी हुई। हालांकि भोर काल से ही पैदल आने वाले लोगों का सुरक्षित ढंग से रेस्क्यू कार्य जारी है। चलाये जा रहे रेस्क्यू कार्य की निरन्तर मॉनीटरिंग स्वयं डीएम डॉ० सौरभ गहरवार एवं पुलिस कप्तान डॉ० विशाखा अशोक भदाणे द्वारा ग्राउण्ड जीरो पर रहकर की जा रही है। उनके द्वारा सोनप्रयाग पहुंचकर मैनुअल रेस्क्यू कार्यों का जायजा लेकर सकुशल नीचे पहुंचे लोगों से वार्ता की गयी व यहां तक पहुंच चुके लोगों को आश्वस्त किया गया कि आपके पीछे रह गये अन्य साथियों को भी सुरक्षित निकाला जा रहा है। नीचे पहुंचे हुए कतिपय यात्री जो कि स्वयं को अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा उनको प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। इन यात्रियों को प्रशासन के स्तर से फूड पैकेट, फल, पानी इत्यादि जरूरी चीजें वितरित की जा रही हैं।
वहीं भीमबली में अब मौसम के साफ होने पर वहां पर रुके यात्रियों को एयरलिफ्ट करके शेरसी लाया जा रहा है। डीएम व पुलिस कप्तान ने शेरसी हैलीपैड पर एयर लिफ्ट होकर आ रहे यात्रियों से वार्ता कर उनकी कुशलता जानी गयी बौर आश्वस्त किया गया कि आपके अन्य साथियों को भी बहुत जल्द निकाला जायेगा। एयर लिफ्ट होकर आ रहे यात्रियों ने प्रशासन व पुलिस का आभार प्रकट किया जा रहा है। आज अब तक हैलीकॉप्टर से 15० यात्रियों का रेस्क्यू किया गया है। वहीं मैनुअल तरीके से लगभग 31० यात्रियों का रेस्क्यू अब तक किया जा चुका है। रेस्क्यू कार्य तेजी से चल रहा है।