मोदी और पुष्कर के केदारनाथ मे विकास पर मोहर लगायेगा आवाम!
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। मुख्यमंत्री ने देश के प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ धाम के भव्य पुर्ननिर्माण के विजन को धरातल पर उतारने के लिए खुद कमान अपने हाथों मे ले रखी है। मुख्यमंत्री केदारनाथ धाम मे हो रहे निर्माण कार्यों पर अपनी पैनी निगाह बनाये हुये हैं और यही कारण है कि मुख्य सचिव से लेकर गढवाल कमिश्नर भी केदारनाथ मे हो रहे निर्माण कार्याें को परखने के लिए वहां डेरा डालते हैं और मुख्यमंत्री भी अकसर बाबा केदारनाथ धाम मे जाकर वहां हो रहे निर्माण कार्यों की गति को परखते हैं और निर्माण कार्यों को गुणवत्ता से कराने के लिए वह हमेशा निर्माण एजेंसियों को दिशा-निर्देश देते आ रहे हैं। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के केदारनाथ मे कराये जा रहे विकास कार्यों को देखकर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु जहां हमेशा गदगद नजर आते हैं वहीं केदारनाथ की जनता भी डबल इंजन सरकार के द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों को लेकर आश्वस्त है कि उनका केदारधाम अलौकिक बन रहा है। अब केदारनाथ मे कुछ माह बाद होने वाले उपचुनाव को लेकर धामी ने एक गोपनीय प्लान तैयार किया है जिससे कि पार्टी प्रत्याशी की जीत मे कोई अपना वहां भीतरघात का खेल खेलने मे सफल न हो पाये? वहीं मोदी और पुष्कर के केदारनाथ मे कराये जा रहे विकास कार्यों पर वहां की जनता जरूर उपचुनाव मे कमल खिलायेगी इसको लेकर भाजपा के नेता आश्वस्त नजर आ रहे हैं?
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बाबा केदारनाथ से असीम लगाव किसी से छुपा नहीं है और जब केदारनाथ मे दैवीय आपदा आई थी तो उससे वहां काफी नुकसान हुआ था जिसके बाद नरेन्द्र मोदी ने बाबा केदारनाथ धाम को भव्य रूप देने के लिए वहां पुर्ननिर्माण कार्य कराने का ऐलान किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम को भव्य रूप देने के लिए वहां पुर्ननिर्माण कार्य शुरू करा रखा है और वहां हो रहे विकास कार्यों से देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को भी यह विकास खूब रास आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्टों की देखरेख का काम खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने हाथो मे ले रखा है और वह समय-समय पर दोनो धामों मे जाकर वहां हो रहे निर्माण कार्यों को परखने के लिए पहुंचते रहे हैं। बाबा केदारनाथ धाम मे पुर्ननिर्माण कार्यों की भव्यता देखते ही बनती है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ कराने के लिए हमेशा निर्माण कार्यों मे लगी एजेंसियों को आदेश देते आ रहे हैं क्योंकि यह प्रोजेक्ट देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आस्था से जुडे हुये हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी टीम के अफसर भी हमेशा केदारनाथ और बद्रीनाथ मे चल रहे पुर्ननिर्माण कार्यों को जल्द से जल्द गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिए वहां डेरा डालते हैं और वहां काम कर रही एजेंसियों के कर्मचारियों से भी वह मुलाकात कर उनका हौसला बढाते हैं तो वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी जब इन धामों मे काम करने वाले कर्मचारियों से मुलाकात करते हैं तो उनके साथ फोटो खिचाकर उनका खूब हौसला बढाते हैं।
केदारनाथ से भाजपा विधायक शैला रानी रावत का कुछ समय पूर्व बीमारी के चलते निधन हो गया था। शैला रानी के निधन के बाद केदारनाथ सीट पर अब उपचुनाव होना है और आने वाले कुछ माह बाद वहां उपचुनाव का डंका बजेगा। हाल ही मे बद्रीनाथ और मंगलौर सीट पर हुये उपचुनाव मे भाजपा व कांग्रेस के बीच जबरदस्त मुकाबला हुआ था लेकिन इस उपचुनाव मे कांग्रेस प्रत्याशियों को जीत मिली और कुछ समय पूर्व ही उत्तराखण्ड की पांचो लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा को हार का सामना करना पडा था। अब केदारनाथ सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपना अभेद गोपनीय प्लान तैयार किया है जिससे कि केदारनाथ सीट पर कमल खिल सके? मुख्यमंत्री के लिए केदारनाथ सीट पर कमल खिलाना एक बडा विजन है क्योंकि उन्हें इस बात का इल्म हो चुका है कि पार्टी के ही कुछ राजनेता शेर की खाल मे भेडिये का रूप धारण कर अपनो का ही शिकार करने की साजिश रच रहे है? दिल्ली मे केदारनाथ धाम बनाये जाने का जब शोर शुरू हुआ तो केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ संदेश दिया कि दिल्ली मे ऐसा न तो कोई मन्दिर बनेगा और न ही कोई धाम। मुख्यमंत्री के इस आदेश से तीर्थ पुरोहितों के चेहरे खिलखिला गये और जब मुख्यमंत्री बाबा केदारनाथ की शरण मे गये तो वहां के तीर्थ पुरोहितों ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया और वहां की जनता भी मुख्यमंत्री की पारदर्शी सोच को लेकर उनकी कायल हो गई है।